इंदौर। योग शरीर को निरोग रखने से साथ ही रोजगार प्राप्त करने का साधन भी है, योग विधा में दक्ष युवा लोगों को योग सिखा रहे हैं, जबकि योग के माध्यम से लोगों का उपचार भी कर रहे हैं. इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में योग में छात्रों को दक्ष करने के लिए कई तरह के कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से छात्रों को पारंपरिक योग विधा सिखाई जा रही है.
योग रखे निरोगः आरोग्य ही नहीं रोजगार का साधन भी है योगा, योगथेरेपी में बना सकते हैं करियर - special news
योग मानव शरीर को स्वस्थ, सुंदर व मजबूत करने के साथ ही व्यवसाय का एक बड़ा माध्यम भी बन गया है, योगथेरेपी के जरिए मरीजों का इलाज करना और योगासन के इच्छुक लोगों को प्रशिक्षण देकर पैसा कमाया जा सकता है. मौजूदा समय में योग का क्रेज तेजी से बढ़ा है. वहीं, सरकार भी योग के प्रति जागरूक करने के लिए कई अभियान चला रही है.

वहीं, कोर्स पूरा कर चुके युवा अब योग के माध्यम से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं, कई युवा घर घर जाकर योग सिखा रहे हैं तो कई योगा सेंटर के माध्यम से लोगों को योग सुविधा प्रदान कर रहे हैं. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के योग अध्ययन शाला के प्रमुख डॉक्टर एसएस शर्मा के मुताबिक योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 90 फीसदी से छात्र बेहतर जॉब और व्यापार कर रहे हैं. आप कोई भी काम करें, उसे कुशलता पूर्वक करें, जब भी आप कोई काम पूरी कुशलता से करेंगे, तो यही सबसे बड़ा योगा है.
योग शरीर को निरोग रखने के साथ ही रोजगार का उत्तम साधन भी है, जिसके चलते योग प्रशिक्षित युवाओं को अन्य डिग्रीधारकों के मुकाबले आसानी से रोजगार मिल जाता है, रोजगार नहीं मिलने पर उनके पास खुद का व्यवसाय शुरू करने का विकल्प भी मौजूद रहता है.