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अलविदा 2020 : कोरोना काल में इंदौर पुलिस अपने काम को हमेशा याद रखेगी !

साल 2020 छह दिन बाद खत्म होने वाला है. वैसे तो ये साल किसी के लिए अच्छा नहीं रहा लेकिन अगर अपराध की दुनिया की बात करें तो इंदौर पुलिस के लिए ये साल काफी चुनौतियों से भरा हुआ रहा, इस साल पुलिस ने जहां कोरोना संकट काल में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए डट कर सामना किया तो वहीं कई संगठित अपराध के खिलाफ कड़ी करवाई की.

Indore Police
इंदौर पुलिस

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Published : Dec 25, 2020, 10:29 AM IST

Updated : Dec 25, 2020, 11:53 AM IST

इंदौर।साल 2020 कुछ दिनों में अलविदा कहने वाला है. अपराध की दुनिया में ये साल इंदौर पुलिस के लिए मिलाजुला रहा. इस साल इंदौर पुलिस ने एक के बाद एक कई कार्रवाई को अंजाम दिया. मार्च में कोरोना की एंट्री होने पर पुलिस ने आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए दिन रात एक कर दिया.कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पुलिस सीना तान कर खड़ी रही. वहीं अपराध पर लगाम लगाने के लिए इंदौर पुलिस ने पूरी कोशिश की. इसी कड़ी में सबसे बड़ी कार्रवाई इंदौर पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा माफिया पर की थी. इस पूरी कार्रवाई में तकरीबन करोड़ों रुपए पुलिस ने बरामद किए थे. कई आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था. इसी के साथ एक के बाद एक कई माफियाओं पर भी पुलिस ने कार्रवाई की. ड्रग्स के खिलाफ भी इंदौर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया

साल 2020 इंदौर पुलिस के लिए रहा चुनौतीपूर्ण

कोरोना काल में इंदौर पुलिस का कार्य रहा सराहनीय
कोरोना संकट काल में आम आदमी को किसी तरह की कोई समस्या ना हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया. कई थानों से कोरोना के दौरान आम आदमी को राशन व अन्य जरूरत के सामान का वितरण भी पुलिस के द्वारा किया गया. इंदौर पुलिस ने तकरीबन 3 महीनों तक आदमी को कोरोना संक्रमण से बचाव के काफी प्रयास किए. इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित भी हुए. यहां तक की जूनि इंदौर थाना प्रभारी रहे देवेंद्र चन्द्र वंशी की कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत हो गई थी. एक ही नहीं कई पुलिसकर्मियों की कोविड-19 के चलते जान गई.

साल 2020 में कई चुनौतियों का किया सामना

साल 2020 इंदौर पुलिस के लिए चुनौतियों से भरा हुआ रहा. जहां एक तरफ स्वास्थ संबंधी चुनौती थी तो वहीं दूसरी ओर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करना भी एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन इंदौर पुलिस ने दोनों ही चुनौतियों का डटकर सामना किया. इंदौर डीआईजी का कहना है कि साल 2020 में इंदौर पुलिस ने संगठित अपराध करने वालों पर एक बड़ी कार्रवाई की है. इसी क्रम में इंदौर पुलिस ने अभी तक जितने भी बड़े अपराध है उनका कुछ ही दिनों में खुलासा कर दिया, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धियों में से कम नहीं है. इंदौर पुलिस ने अभी तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन सट्टा पकड़ा, तकरीबन 2.5 करोड़ रुपए से नगद का ऑनलाइन सट्टे का खुलासा किया था. ये पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धियों में से एक है.

संगठित अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि इंदौर पुलिस ने संगठित अपराधों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. चाहे वह आर्म्स एक्ट की बात हो या अन्य कार्यों की बात हो. इंदौर पुलिस ने आर्म्स एक्ट में तकरीबन एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था और उस समय आरोपियों के पास से तकरीबन 80 आर्म्स पुलिस ने पकड़े थे. इसी तरह से यदि साल भर की बात करें तो तकरीबन 270 अवैध हथियार पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत पकड़े हैं. इंदौर पुलिस लगातार कुख्यात बदमाशों पर रासुका व जिला बदर की कार्रवाई को अंजाम दे रही है. इसके अलावा आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की अवैध शराब जब्त की.

मानवीय आधार पर पुलिस का एक्शन

जहां पुलिस ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की. वहीं दूसरी ओर मानवीय आधार का भी पुलिस ने काफी ध्यान रखा. इसको देखते हुए इंदौर पुलिस ने विभिन्न तरह की योजनाएं चलाई. जहां इंदौर पुलिस ने आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए संजीवनी हेल्पलाइन की शुरुआत की. तो वहीं पीड़ित महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए अहिल्या स्वावलंबी योजना की शुरुआत की. वहीं बुजुर्गों की सहायता के लिए बुजुर्ग पंचायत का भी आयोजन किया. इस तरह से इंदौर पुलिस ने अलग-अलग तरह से पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अलग-अलग योजना बनाई और मानवीय आधारों का ध्यान रखते हुए आगे काम किया.

बांग्लादेशी सेक्स रैकेट का पुलिस ने किया था खुलासा

इस पूरे मामले में साल 2020 में पुलिस ने काफी संगठित अपराधों के खिलाफ भी एक मुहिम की शुरुआत की. उसी मुहिम के तहत इंदौर की पुलिस ने बांग्लादेशी यूपी और महिलाओं के द्वारा यहां पर एक टैक्स रैकेट का संचालन किया जा रहा था. इस पूरे मामले का पुलिस ने खुलासा किया. वहीं इस पूरे मामले में बांग्लादेश की कई युवतियों को यहां पर नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे सेक्स रैकेट का संचालन करवाया जा रहा था. इस पूरे मामले में जिन युवती वह महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा था उनकी काउंसलिंग की गई और काउंसलिंग करने के बाद उन्हें बांग्लादेश पहुंचाया गया. इस पूरे रैकेट को संचालित करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस ने उस समय बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. वह कई आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्हें में से मुख्य आरोपी सागर जैन को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद एक के बाद एक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने तकरीबन 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जो इंदौर शहर में बड़े स्तर पर बांग्लादेश से महिलाओं और युवतियों को लाकर सेक्स रैकेट का संचालन करवा रहे थे.


ड्रग्स के खिलाफ पुलिस ने की बड़ी कैरवाई

साल 2020 के जाते-जाते इंदौर की पुलिस ने ड्रग्स खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. जहां पुलिस ने इस पूरे मामले में ड्रग्स के मुख्य तस्कर आंटी व सागर जैन को गिरफ्तार किया. पूछताछ में आंटी व सागर जैन से तकरीबन 15 लोगों की जानकारी मिली. जिन्हें पुलिस ने आरोपी बनाया वह उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस लगातार पूछताछ में जुटी हुई है. इस मामले में दिल्ली मुंबई गोवा के भी कनेक्शन सामने आ रहे हैं. आरोपी आंटी विभिन्न पबो, होटल व रेस्टोरेंट में ड्रग्स सप्लाई कर कई युवकों युवतियों को नशे की लत लगवाई और फिर उन्हें ब्लैकमेल भी किया जाता रहा. इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है.

2020 में अपराध का ग्राफ 20-30 प्रतिशत घटा
इंदौर डीआईजी का कहना है कि इंदौर पुलिस के लिए साल 2020 चुनौतियों से कम नहीं रहा, लेकिन इंदौर पुलिस ने चुनौतियों का सामना करते हुए बेहतर पुलिसिंग की और प्रत्येक अपराध के ग्राफ में 20 से 30 प्रतिशत की कटौती देखने को मिली. चाहे व हत्या का मामला हो या फिर महिलाओं से संबंधित अपराध हो या अन्य तरह के अपराधों सभी अपराधों में इंदौर पुलिस के अपराध के ग्राफ में कमी हुई है.

Last Updated : Dec 25, 2020, 11:53 AM IST

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