इंदौर।देशभर में लॉकडाउन को लगभग डेढ़ महीने का समय हो चुका है. लेकिन मजदूरों का पलायन अभी भी जारी है. इस दौरान वे पैदल ही भूखे-प्यासे सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग किसी तरह वाहन की व्यवस्था करके अपने घर पहुंच रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा शहर के बाइपास के पास देखने को मिली. जहां देर रात गाड़ियों की लंबी लाइन खड़ी दिखाई दी. जिसमें से ज्यादातर गाड़ियों में महाराष्ट्र का नंबर था. इन गाड़ियों में आम लोगों के साथ ही मजदूर भी भारी संख्या में महाराष्ट्र से वापस आ रहे हैं.
महाराष्ट्र से वापस लौट रहे मजदूर देर रात पहुंचे बायपास टोल नाके
इंदौर के बायपास टोल नाके पर देर रात गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई. जिसमें से ज्यादातर गाड़ियों में महाराष्ट्र का नंबर था. इन गाड़ियों में वे हैं जो लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे हुए हैं.
ऐसे लोग जो रोजी-रोटी के लिए दूसरे शहरों में गए थे. आज लॉकडाउन में बेसहारा हो गए हैं. साथ ही घर भी नहीं जा पा रहे थे. लेकिन अब लोगों का सब्र टूटता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते कुछ लोग पास लेकर तो कुछ बिना पास के अपने शहरों की तरफ वापस जा रहे हैं. वहीं मजदूर ट्रकों या महंगे दामों मेंं वाहन किराए पर लेकर वापस आ रहे हैं. इसके अलावा भारी संख्या में मजदूर पैदल ही यात्रा कर रहे हैं. ऐसा ही नजारा शहर के बाइपास टोलनाके पर दिखा. जहां बड़ी संख्या में लोग पैदल, साइकिल और निजी वाहनों से अपने घरों की तरफ लौटते दिखाई दे रहे हैं. इन वाहनों में ज्यादातर गाड़ियां महाराष्ट्र की हैं. बाइपास पर रात के समय ट्रैफिक में हुई इस बढ़ोतरी का ईटीवी भारत के संवाददाता ने जायजा लिया .
बता दें कि कई सामाजिक संगठनों के द्वारा पलायन कर रहे इन लोगों के भोजन और रुकने का इंतजाम भी बायपास के पास किया जा रहा है. जिससे वे मजदूर जो भूखे-प्यासे यात्रा कर रहे हैं. उन्हें सहारा मिल जाए.