इंदौर। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार के बाद पार्टी के नेता अपनी हार को पचा नहीं पा रहे हैं. यही वजह है कि अब विपक्ष में बैठने को ही उपलब्धि बताया जा रहा है. इंदौर में गुरुवार को पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी से करारी हार के बाद कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारे पास कुछ खोने को नहीं था. वहां हमने 3 सीट से बढ़कर 97 सीटें हासिल की हैं. यह 25 गुना से भी ज्यादा है.
कैलाश विजयवर्गीय ने की कोरोना की समीक्षा. 'भाजपा का नौ प्रतिशत वोट हुआ ट्रांसफर'
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि कांग्रेस और सीपीएम द्वारा टीएमसी को समर्थन नहीं दिया जाता तो भाजपा सत्ता में होती क्योंकि दोनों दलों द्वारा टीएमसी को समर्थन देने से नौ परसेंट वोट ट्रांसफर हो गया. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वहां हमारी उपलब्धि है कि हम अब हर जिले में मौजूद हैं. अब वहां से कांग्रेस और सीपीएम का नामो-निशान मिट चुका है. मजबूत विपक्ष के तौर पर भाजपा वहां सक्रिय रहने वाली है.
इंदौर की वापसी पर सुनायी कविता
इंदौर वापसी को लेकर पूछे गए सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता सुनाते हुए कहा कि हार नहीं मानूंगा, रार नहीं डालूंगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल कानून और व्यवस्था की स्थिति देख लूंगा. वही वहां संक्रमण बढ़ रहा है उस पर भी पार्टी अपनी ओर से भी पहल करेगी.
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तीसरी लहर के पहले तैयारी जरूरी
कोरोना की समीक्षा करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के सफल प्रयास किए गए हैं. इसके बावजूद अब निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस पर 50% की सब्सिडी दी है. आने वाले समय में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से पूरी हो सकेगी. इसलिए इसके प्रयास अभी से करना जरूरी है.