इंदौर।मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस की बीमारी के निःशुल्क इलाज के सरकारी दावों के बावजूद ना तो जरूरतमंदों को इंजेक्शन मिल पा रहे हैं, और ना ही सरकार की कोई मदद ही मिल पा रही है. ऐसे में इंदौर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इंजेक्शन की गुहार लगाने पहुंचा. लेकिन एक दुखी परिवार पुलिस की प्रताड़ना और मनमानी के कारण मुख्यमंत्री से नहीं मिल सका.
- पुलिसकर्मियों के कारण सीएम से नहीं मिल सकी महिला
दरअसल इंदौर के समाजवाद नगर निवासी पदमा जैन अपने 40 वर्षीय पति को ब्लैक फंगस के इंजेक्शन दिलाने की मदद के लिए कलेक्ट्रेट पहुंची थी. यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आने पर पदमा समेत उसके पुत्र को उम्मीद थी, कि मुख्यमंत्री उसकी कोई मदद करेंगे. लिहाजा वह मुख्यमंत्री से मिलने के इंतजार में करीब 5 घंटे तक कलेक्ट्रेट के गेट पर अपने मासूम बच्चे के साथ खड़ी रही. इस दौरान जब कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री इंदौर से रवाना होने वाले थे तब पदमा जैन ने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से उसे मुख्यमंत्री से मिलाने का अनुरोध किया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे उल्टे डांटते हुए कहा कि यहां मुख्यमंत्री से कोई नहीं मिल सकता. इसके बाद महिला और उसके बच्चे को कलेक्टोरेट के पास से करीब 100 मीटर आगे बस स्टैंड तक पुलिस कर्मियों द्वारा खड़ा कर दिया गया.