इंदौर।कोरोना संक्रमण की दर कम होने के बाद प्रदेश को 1 जून से अनलॉक (unlock indore) करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन इंदौर शहर को अनलॉक करने को लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं हो पाई है. इंदौर को अनलॉक करने की प्रकिया को लेकर सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (tulsi silawat) भी शामिल थे.
- क्या कहा प्रभारी मंत्री सिलावट ने
बैठक के बाद प्रभारी मंत्री सिलावट ने कहा, "संकट बढ़ा है, चुनौती बड़ी है, हम और आप सब इससे जूज रहे हैं और मुझे अब आप सबका सहयोग चाहिए." उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 3 जिले अभी भी चुनौतीपूर्ण हैं वह इंदौर, भोपाल और सागर हैं, यहां संक्रमण की दर 5% से अधिक है.
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- जानकारी बहुत जल्द सभी को दी जाएगी: सिलावट
प्रभारी मंत्री सिलावट ने कहा कि आज क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में बहुत महत्वपूर्ण सुझाव आए हैं. इनका शासन की गाउडलाउन से साथ लोगों को पालन करना है. इंदौर में अनलॉक प्रकिया में क्या-क्या छूट दी जानी है उसकी जानकारी बहुत जल्द सभी को दी जाएगी.
प्रदेश के अन्य शहरों की तरह ही इंदौर को कल से अनलॉक करने के फैसले पर विचार विमर्श और चर्चा के लिए सोमवार को जिले के प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में तमाम डॉक्टरों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया. हालांकि इस दौरान शहर को अनलॉक करने संबंधी सुझावों पर चर्चा के बाद कल से इंदौर में किन गतिविधियों को खोलने की अनुमति दी जाए, इसको लेकर सहमति नहीं बन सकी है. जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि आपदा प्रबंधन बैठक मैं फिलहाल किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है.