इंदौर। यूं तो आपने जिंदगी के बहुत से शादी के कार्ड देखे होंगे लेकिन हम आपको एक ऐसा कार्ड दिखाने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा. इंदौर के कोठारी परिवार ने बेटी की शादी को यादगार बनाने के लिये 80 पेज की किताब कम निमंत्रण कार्ड छपवाया है. जो चर्चा का विषय बन गया है. किताब में शादी की तिथि के साथ-साथ लोगों को रिश्तों की अहमियत समझाने की कोशिश की गयी है.
बेटी की शादी को पिता ने कुछ इस तरह बनाया 'यादगार' - beti ki shaadi
अपनी बेटी की शादी को पिता पंकज कोठारी ने शादी के निमंत्रण कार्ड के रूप में जो किताब छपवाई है, वो है रिश्तों में मिठास मुमकिन है.किताब में जीवन को संतुलन करने और रिश्तो को संवारने के 14 मंत्र बताए गए हैं.
एक पिता अपनी बेटी की शादी को यादगार बनाने के लिए नये नये तरीका अपनाता है. कैसे उसकी बेटी की शादी यादगार बने लेकिन मनोवैज्ञानिक पंकज कोठारी ने रिश्तों में आई कड़वाहट को खत्म कर मिठास घोलने पर जोर दिया है. शादी के निमंत्रण कार्ड के रूप में जो किताब छपवाई है, वो है रिश्तों में मिठास मुमकिन है.किताब में जीवन को संतुलन करने और रिश्तो को संवारने के 14 मंत्र बताए गए हैं.
जिंदगी की तेज रफ्तार ने रिश्तों की अहमियत को एक नये मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है. आज के दौर में रिश्ते जितनी तेजी से बन रहे है उतनी तेजी से टूट भी रहे हैं. रिश्तों में मिठास घोलने की पंकज कोठारी की ये अनोखी पहल सराहनीय है..