इंदौर। देशभर में भगवान गणेश की तरह-तरह की दुर्लभ मूर्तियां स्थापित की गई है. इंदौर के नवग्रह शनि मंदिर में भगवान गणेश समेत पूरे शिव परिवार की अनोखी प्रतिमाएं बनाई गई है. इन मूर्तियों को एक विशेष प्रकार के 21 लाख स्वयंभू बीजों से बनाया गया है. अनोखी होने के कारण इन प्रतिमाओं को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया है.
21 लाख दुर्लभ बीजों से तैयार हुई भगवान गणेश की मूर्ति, वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम - इंदौर न्यूज
इंदौर के नवग्रह शनि मंदिर में 21 लाख दुर्लभ बीजों से भगवान गणेश समेत पूरे शिव परिवार की अनोखी प्रतिमाएं बनाई गई है. जो वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया है.
मूर्ति कलाकार जगजीत सिंह छाबड़ा का कहना है कि उन्होंने 1990 में अमरकंटक यात्रा के दौरान 'द ब्राउनी' नामक पौधे के बीजों को देखा था. जिसे देखकर वह अचंभित रह गए. बीज का आकार हूबहू शिव शक्ति जैसा है इतने छोटे बीजों के दर्शन नहीं हो पाने के कारण इन्हें रुद्राक्ष की तरह धारण नहीं किया जा सकता है. जिसके बाद उन्होनें इन बीजों से मूर्तियां बनान का निर्णय लिया.
जगजीत सिंह लगातार पांच साल तक इन बीजों को इकट्ठे करने के साथ इन्हें मूर्ति के आकार देने में जुट गए. इसके बाद 1994 से प्रतिदिन 8 से 9 घंटे मूर्ति निर्माण करने के बाद 2002 में भगवान शिव और मां दुर्गा की प्रतिमा तैयार की. इसके बाद 2003 से 2008 तक इन्हीं बीजों का संयोजन से उन्होंने भगवान गणेश की दुर्लभ प्रतिमा तैयार की. इस तरह जगजीत सिंह भगवान गणेश समेत पूरे शिव परिवार की अनोखी प्रतिमा तैयार की है. जो इन दिनों नवग्रह शनि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.