इंदौर। जिले में खेले जाने वाले गेर (रंगपंचमी की होली) को लेकर प्रशासन ने इसे विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिये यूनेस्को को प्रस्ताव भेजा है. 14 मार्च को इंदौर के टोरी कार्ड नेट से लेकर राजवाड़ा तक निकलने वाली रंगारंग गेर को देखने यूनेस्को की टीम भी आ रही है.
कोरोना के खौफ पर भारी है रंगारंग गेर का उत्साह, यूनेस्को की टीम रहेगी मौजूद - Corona virus
दुनिया भर में कोरोना वायरस के डर से लोग भीड़ वाले जगहों पर जाने और लोगों से हाथ मिलाने से परहेज कर रहे हैं, वहीं इंदौर में रंगारंग गेर (रंगपंचमी की होली) का उत्साह कोरोना के खौफ पर भारी है. हरसाल की तरह 14 मार्च को गेर में शामिल होने के लिए हजारों लोग एक जगह पर जुट कर एक-दूसरे को रंग लगाएंगे. इस बार पूरे आयोजन को अपने तरीके से परखने और विश्व धरोहर का अवार्ड देने के लिए यूनेस्को की टीम भी इंदौर पहुंच रही है.
जिला प्रशासन की कोशिश है कि कोरोना संक्रमण के माहौल में भी ज्यादा से ज्यादा लोग उत्साह के साथ गेर में शामिल होकर होली खेलें. जिससे कि गैर को विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिल सके. जिला प्रशासन और गेर उत्सव समितियों के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में बताया गया कि गेर जहां से गुजरेगा उस रास्ते पर 40 स्थान चिन्हित किये गये हैं, जहां बाहर से आने वाले नागरिकों के बैठने की व्यवस्था रहेगी.
गेर के लिए जिला प्रशासन ने निर्देश दिए कि कोरोना वायरस के चलते लोग सावधानी बरतें. जिन्हें सर्दी, जुकाम, बुखार जैसी बीमारी हो वे गेर में शामिल नहीं हों. गेर में जूते-चप्पल और अन्य अवांछित सामग्री फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.