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कैसे करें भरोसा? छिंदवाड़ा में मिला खाकी में तस्कर तो इंदौर में Oxygen वाहन में मिली शराब की बोतल

कानून के रखवाले जब कानून अपने हाथ में ले लें, उसे मनचाहे तरीके से तोड़ने लगें तो फिर 'पुलिस का हाथ जनता के साथ' का भरोसा कैसे हो? छिंदवाड़ा से एक ऐसी ही तस्वीर आई जो वर्दी वाले तस्कर की दास्तां सुनाती हैं. वहीं इंदौर से एक ऑक्सीजन वाहन पर छापा मारा गया तो पता चला उसका इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए होता है.

liquor smuggling by man in Khaki
खाकी में तस्कर, इमरजेंसी वाहन में शराब की बोतल

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Published : Jul 20, 2021, 1:27 PM IST

छिन्दवाड़ा/इंदौर।छिंदवाड़ा पुलिस ने अंग्रेजी शराब की तस्करी करते सिवनी में पदस्थ पुलिसकर्मी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया तो इंदौर में मरीजों की जान बचाने वाले वाहन में शराब की बोतलें बरामद की गईं.
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I Card और वर्दी के दम पर पार करता था माल
छिंदवाड़ा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि उमरेठ की तरफ से एक कार में अंग्रेजी शराब भरकर लाई जा रही है. जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए कार को रोका. इसमें से 8 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई. इसमें सवार जब 3 लोगों को गिरफ्तार कर पड़ताल की ,तो पता चला अजय बघेल नाम का शख्स पुलिस का सिपाही है.

बघेल सिवनी की विशेष शाखा में पदस्थ है और अपने आई कार्ड और वर्दी के दम पर चेक पोस्टों से अवैध शराब की गाड़ियां पार कराता रहा है. यानी कुल मिलाकर वो लम्बे समय से इस गोरखधंधे में शामिल रहा है.

तो ये है Smuggling की वजह
छिंदवाड़ा की अपेक्षा पड़ोसी जिले सिवनी में शराब कम कीमत में मिलती है. जिसके चलते अधिकतर सिवनी जिले से छिंदवाड़ा में लाकर शराब बेची जाती है. पुलिस का कहना है कि इसलिए ही सिवनी से लोग अपनी कारों में तस्करी करते हैं. हालांकि पुलिस दावा करती है कि वो ऐसे लोगों पर कार्रवाई करती रही है. लेकिन अगर ऐसा है तो फिर बघेल कैसे रसूख के बल पर ऐसा करता रहा.

और इंदौर में ऑक्सीजन वाहन बना तस्कर वैन

रसूख का दंभ तो ऑक्सीजन वाहन के लबादे में इंदौर में भी दिखाया गया. इंदौर की बाणगंगा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग ग्रामीण क्षेत्र से होते हुए अवैध शराब को ठिकाने लगाने जा रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से एक कार को रोका और जब उसकी तलाशी ली तो उसमें बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब मिली.

अवैध शराब की कीमत सात लाख रुपये की बताई जा रही है. युवक महिंद्रा पिकअप वाहन से शराब की तस्करी कर रहे हैं मुखबिर की सूचना की तस्दीक करने के बाद बताए गए वाहन को रोका गया. इस पर ऑक्सीजन वाहन लिखा हुआ था. वाहन की तलाशी लेने पर उसमें बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब पुलिस को बरामद हुई.

इसमें दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है.फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि है शराब कहां से ला रहे थे और कहां डिलीवरी देने वाले थे।

शराब की तस्करी या इमरजेंसी सेवा
बता दें पूरे ही मामले में पुलिस ने काफी बारीकी से जांच पड़ताल की. पता चला कि इमरजेंसी सेवा के बहाने शराब पार की जा रही थी.
गौरतलब है कि कोरोना काल में सरकार द्वारा ऑक्सीजन वाहन को आपातकाल वाहन का दर्जा दिया गया था. इसका नाजायज फायदा इन आरोपियों ने उठाया. फिलहाल पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि इन्होंने ऑक्सीजन वाहन के नाम पर कितनी बार तस्करी की है.

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