इंदौर।पुलिस कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवा रही है, लेकिन पुलिस विभाग में भी ऐसी कई महिलाएं हैं, जो अपने परिवार और ड्यूटी का बेहतर तरीके से तालमेल करते हुए ड्यूटी कर रही हैं. इंदौर के एमजी रोड थाने में पदस्थ महिला पुलिसकर्मी अपने बीमार बच्चे को पति और परिवार के अन्य सदस्यों के पास छोड़कर ड्यूटी पर तैनात अपना फर्ज निभाती है.
- बेटे को है लीवर इंफेक्शन
दरअसल एमजी रोड थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल अनीता शर्मा का 13 साल का बेटा लीवर के गंभीर इंफेक्शन से जूझ रहा है. वहीं अनीता शर्मा ने भी बेटे की बीमारी को देखते हुए 180 दिन की चाइल्ड लीव ली थी, लेकिन इसी दौरान कोरोना कर्फ्यू की दूसरी लहर ने शहर में पैर पसारना शुरू कर दिया. जिसके कारण उन्होंने अपने परिवार और बच्चे की तकलीफ को भूलकर शहर के हित में ड्यूटी ज्वाइन की और उसके बाद इंदौर के राजवाड़ा चौराहे पर तैनात हो गई.
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- 180 दिन की छुटी ली, लेकिन 73 दिन में लौटी वापस
हेड कांस्टेबल अनीता शर्मा का कहना है कि उसने बच्चे की बीमारी को देखते हुए 180 दिन की छुटी ली थी, लेकिन इसी दौरान कोरोना महामारी ने शहर में पैर पसारना शुरू कर दिया, तो उन्होंने अपनी छुट्टी को 73 दिन पर ही खत्म कर दिया और ड्यूटी जॉइन कर ली. इस दौरान जब उन्होंने छुट्टी कैंसिल कर थाने पर आकर ड्यूटी पर तैनात होने की बात आला अधिकारियों को कही, तो उन्होंने भी महिला हेड कांस्टेबल को काफी समझाया और कहा कि अभी तुम्हें तुम्हारे परिवार की जरूरत है और तुम बेटे का ध्यान रखो, लेकिन महिला अधिकारी ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि वह दोनों जिम्मेदारी बखूबी निभा सकती है. उसके बाद वह छुट्टी को कैंसिल कर कोरोना कर्फ्यू की ड्यूटी में तैनात हो गई.
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