अलका से बने अस्तित्व ने आस्था से की शादी, इंदौर फैमिली कोर्ट ने सौंपा पहले ट्रांसजेंडर कपल मैरिज सर्टिफिकेट - indore girl change gender
Indore First Transgender Marriage: इंदौर की अलका से अस्तित्व बने युवक ने अब अपनी सहेली आस्था से शादी कर ली है, फिलहाल फैमिली कोर्ट से ट्रांसजेंडर मैरिज सर्टिफिकेट मिलने के बाद वे वैधानिक रूप से पति-पत्नी हो गए है. लेकिन अस्तित्व का कहना है कि वे वैदिक पद्धति से भी आस्था से शादी करेंगे.
इंदौर। सुप्रीम कोर्ट से ट्रांसजेंडर विवाह को मान्यता मिलने के बाद अब मध्य प्रदेश में भी ट्रांसजेंडर विवाह की शुरुआत हो गई है. पहला विवाह इंदौर में अलका नमक युवती ने अपनी सहेली आस्था से स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत किया है, जिन्हें इंदौर फैमिली कोर्ट ने ट्रांसजेंडर के लिए पहले मैरिज सर्टिफिकेट भी जारी किया है.
अलका से बने अस्तित्व, अब की आस्था से शादी
दरअसल इंदौर में प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करने वाली अलका को अपना होश संभालते ही एहसास हुआ कि उसके शरीर में पुरुषों जैसे लक्षण हैं और वह स्वभाव से भी नारी होने जैसा महसूस नहीं करती है. उसके बाद उसने लड़कों की तरह ही कपड़े पहनना और शेविंग कटिंग करना शुरू कर दिया, इसके बाद वह पुरुषों की तरह ही रहने लगी. हाल ही में अलका ने अपने 47 में जन्मदिन के अवसर पर खुद को अलका से अस्तित्व बनाने की घोषणा की थी. सर्जरी के दौरान ही यह मामला काफी सुर्खियों में आया था, इसके बाद अस्तित्व बनी अलका ने अपनी बहन की सहेली से विवाह करने का फैसला किया.
अलका और अस्तित्व अब वैधानिक रूप से पति-पत्नी
अलका और अस्तित्व अब वैधानिक रूप से पति-पत्नी:अलका और आस्था दोनों पहले से ही एक दूसरे को जानते थे, दोनों की आपस में बातचीत भी चल रही थी. हालांकि काफी सोचने समझने के बाद आस्था ने अलका यानी अस्तित्व से शादी करने की सहमति दे दी. अस्तित्व और आस्था दोनों ने आपसी सहमति के बाद स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत इंदौर की फैमिली कोर्ट में रजिस्ट्रेशन करने का आवेदन दिया था, इस आवेदन पर कई दिनों तक विचार करने के बाद अपर कलेक्टर रोशन राय ने इस शादी को मंजूरी दे दी. लिहाजा दोनों को 7 दिसंबर को यह सर्टिफिकेट जारी हुआ है, जिसमें अब दोनों वैधानिक रूप से पति-पत्नी हैं.
वैदिक पद्धति से आस्था से फिर शादी करेंगे अस्तित्व
वैदिक पद्धति से आस्था से शादी करेंगे अस्तित्व:अस्तित्व का कहना है कि "हमारे अंदर जो गुण हैं और जो स्वभाव है, उसके अनुरूप मैंने अपना लिंग परिवर्तन कराया है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है, जहां तक शादी के सवाल है तो शादी की मंजूरी और मैरिज एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन होने के बाद भी अब जल्द ही मैं वैदिक पद्धति से आस्था से एक बार फिर शादी करूंगा."
मुंबई में हुआ था लिंग परिवर्तन:अलका ने मुंबई के अस्पताल में बीते साल मार्च में ही अपने लिंग परिवर्तन की सर्जरी कराई थी, उस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत के जरिए संदेश दिया था कि "मत पूछ ए खुदा क्या हुआ था मेरे साथ, बस दौर-ए-सितम था गुजर गया." दरअसल जेंडर इनफॉरमेशन सर्जरी करने के लिए अलका ने मिनिस्ट्री आफ सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट विभाग की वेबसाइट पर आवेदन किया था, इसके बाद सर्जरी के लिए मानसिक रोग विशेषज्ञ की अनुमति समय तमाम औपचारिकता पूरी करने के बाद उनके प्रकरण को इंदौर जिला प्रशासन के समक्ष भेजा गया था. जिसकी ऑनलाइन अनुमति जारी होने के बाद अलका ने अपने जन्मदिन 14 मार्च को अपनी सर्जरी मुंबई के डिजाइनर बॉडी अस्पताल में कराई थी.
एक दूसरे के हुए अस्तित्व और आस्था
सर्जरी होने के बाद उन्होंने अपने जन्मदिन को उत्सव के रूप में मनाया था, उस दौरान उनके परिवार के अन्य लोग भी साथ में थे. अलका से बने अस्तित्व का कहना था कि "यह मेरा पुनर्जन्म है और पुनर्जन्म के बाद में अपने असली किरदार में हूं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि नए किरदार में मुझे नई जिम्मेदारी उठाने की शक्ति दे, जिससे मैं अपने वैवाहिक जीवन के साथ खुद को अच्छे काम में लगा सकूं."