इंदौर। शहर के पूर्वी क्षेत्र पलासिया में 7 करोड़ रुपए की लागत से बनी स्मार्ट और आदर्श रोड को शुरू हुए अभी एक पखवाड़ा भी नहीं बीता है और यहां से निगम को चोरी की शिकायत मिलने लगी है. सड़क का रख- रखाव करना निगम के लिए चुनौती बन गया है. चोर आए दिन इस सड़क के किनारे लगाए गए साज- सज्जा के सामान चुरा रहे हैं. जिसके चलते निगम सड़क के रख- रखाव की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को सौंपने पर विचार कर रहा है.
स्मार्ट सिटी की सुंदरता को चोर लगा रहे दाग, प्राइवेट एजेंसी को मिलेगी सुरक्षा की जिम्मेदारी
इंदौर में बनाया गया आदर्श मार्ग अब नगर निगम के लिए चिंता का विषय बन गया है. 7 करोड़ रुपए की लागत से बने इस मार्ग पर लगे इलेक्ट्रॉनिक साज-सज्जा के सामान पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं.
नगर निगम ने 7 करोड़ रुपए खर्च कर शहर में आदर्श रोड का निर्माण किया था. इस सड़क पर लोगों ने बैठकर, खाना खाकर संदेश दिया था कि एक मात्र इंदौर में ऐसी सड़क है जिस पर बैठकर खाना भी खाया जा सकता है. नगर निगम ने यहां आधुनिक साइकिल ट्रैक बनाने के साथ- साथ सड़क के दोनों तरफ खास लाइटिंग कराई थी. जिसके चलते इस रोड की देशभर में चर्चा हुई थी. इतना ही नहीं इस रोड को देखने के लिए देश के कई सांसद यहां आने वाले हैं. लेकिन इसके पहले ही चोर इस सड़क की सुंदरता को दाग लगा रहे हैं.
निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया कि नगर निगम अब टेंडर निकालने जा रहा है. जिसमें रोड के रख-रखाव व सुरक्षा की जिम्मेदारी एक प्राइवेट ऐजेंसी को सौंपी जाएगी. जिस ऐजेंसी को ये जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे इस जगह विज्ञापन लगाने की छूट मिलेगी. विज्ञापन से होने वाली आय से सड़क का मेंटेनेंस किया जाएगा. नगर निगम ने 2 साल काम करके इस रोड को सुंदर बनाया था. निगम का दावा था कि, इस तरह की सड़कें, शहर में और भी बनाई जाएंगी. जिसके चलते इस सड़क का नाम आदर्श मार्ग रखा गया था.