इंदौर।देशभर में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. सरकार और प्रशासन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई कदम उठा रहा है. वहीं इस संक्रमण को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन भी लगाया जा रहा है. पिछले वर्ष कोरोना की चेन तोड़ने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया था, कोरोना महामारी और लॉकडाउन का असर आम जनजीवन पर खासा पड़ रहा है, मनोरंजन जगत भी कोरोना की मार से अछूता नहीं है. फिल्मों का निर्माण करने वाले सुपर स्टार और फिल्म निर्माताओं ने तो ओटीटी प्लेटफार्म के रुप में पैसे कमाने का दूसरा विकल्प ढूंढ लिया है. लेकिन सिनेमा हॉल और सिनेमा हॉल से जुड़े व्यसाय को बड़ा नुकसान हुआ है. बात की जाए 2020 के लॉकडाउन या 2021 के कोरोना कर्फ्यू की तो दोनों ही वर्षों में सिनेमा हॉल से संबंधीत लोगों का नुकसान ही हुआ है. बीते एक साल में सिनेमाघरों को करीब 400 करोड़ का नुकसान हुआ है.
- कोरोना लॉकडाउन बना मनोरंजन लॉकडाउन
भारत में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए मार्च 2020 में भारत सरकार ने देशभर में लॉकडाउन लगाया था. लॉकडाउन के चलते सभी व्यापारिक और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद किया गया था. इसी के साथ सिनेमाघरों को भी बंद कर दिया गया. कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लगाया गया लॉकडाउन मनोरंजन का लॉकडाउन बन कर सामने आया है. पिछले वर्ष से ही लगातार सिनेमाघर बंद है, बीते कुछ समय पूर्व हालात सामान्य होने के बाद कुछ जगह पर सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन एक बार फिर हालात बिगड़ने पर सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया है.
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- 1 वर्ष में हुआ करोड़ों रुपए का नुकसान
मनोरंजन के सबसे बड़े साधनों में शुमार सिनेमाघर करीब 1 वर्ष से बंद है. 1 वर्ष के भीतर इस महामारी के चलते सिनेमा व्यवसाय को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. सिनेमाघरों से जुड़ी एसोसिएशन के अनुसार एक वर्ष में मध्य प्रदेश में करीब 400 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं इस नुकसान का प्रभाव सिनेमा जगत से जुड़े लोगों पर खासा देखने को मिल रहा है. वर्तमान में भी सिनेमाघरों का संचालन बंद है, ऐसे में दिनों-दिन यह नुकसान बढ़ता जा रहा है. आगामी समय में भी सिनेमाघर कब खुलने की अनुमति मिलती है, इस पर भी अभी कोई स्थितियां नजर नहीं आ रही है.
- इंदौर में करीब 50 सिनेमा हॉल
मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर में वर्तमान में लगभग 50 सिनेमा हॉल है. जिनमें 4 सिनेमा हॉल सिंगल स्क्रीन और 44 मल्टीप्लेक्स शामिल है. इन सिनेमा हॉल से करीब 2 हजार लोगों का जीवन यापन जुड़ा हुआ है. वर्तमान में लंबे समय से बंद इन सिनेमाघरों से जुड़े लोगों को भी अब आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब एक वर्ष से अधिक समय में केवल दो माह ही सिनेमाघरों को खोला गया था. जनवरी और फरवरी माह में कुछ सिनेमाघरों को शुरू किया गया था, वहीं बाद में फिर सभी को बंद कर दिया गया.