इंदौर। कोविड के चलते करीब दो साल से त्योहारों की रंगत फीकी रही, वहीं बाजारों में रौनक कुछ खास नहीं देखने मिली. लेकिन अब देश और दुनिया में हालात पहले की तरह सामान्य है. लोग त्योहार बड़े धूमधाम से मना रहे हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान बिक्री में कमी के बाद इस त्योहारी सीजन में बाजार में फिर से पारंपरिक उत्साह देखने को मिल रहा है. ऐसे में इस साल मिठाई और नमकीन का व्यापार अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचने की संभावना है. अगर स्नैक्स की चर्चा हो तो मध्यप्रदेश के इंदौर का जिक्र सबसे पहले आता है, क्योंकि इंदौर देश में इसके लिए एक प्रमुख केंद्र है. इंदौर में लगभग 1,500 छोटी और बड़ी कंपनिया नमकीन स्नैक्स की हैं.
आने वाले त्योहारों में बाजारों में बढ़ेगी रौनक
वहीं इस साल त्योहारों का बाजार पर क्या असर होगा इसको लेकर उद्योग जगत के एक प्रतिनिधि का कहना है कि यह आंकड़ा 1.25 लाख करोड़ रुपये के स्तर को छूने की संभावना है. फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्युफैक्चरर्स के निदेशक फिरोज एच नकवी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पिछले महीने रक्षाबंधन त्योहार पर मिठाई और नमकीन के व्यापार में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है. उन्होंने बताया कि गणेश उत्सव में मिठाइयों में भी वृद्धि हुई है और आगामी दशहरा, दिवाली और होली त्योहारों के दौरान भी बाजार में और उछाल बढ़ने की उम्मीद है.
स्नैक्स का कुल व्यापार 1.25 लाख करोड़ के उच्चतम स्तर को छूने की संभावना
एच नकवी ने बताया कि फेडरेशन मिठाई और अन्य स्नैक्स निर्माताओं का निकाय है. बाजार में मौजूदा प्रवृत्ति को देखते हुए, इस वित्तीय वर्ष के दौरान मिठाई और स्नैक्स का कुल व्यापार पिछले सभी आंकड़ों को पार करने और 1.25 लाख करोड़ के उच्चतम स्तर को छूने की संभावना है. क्योंकि इन खाद्य उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री और होम डिलीवरी बढ़ रही है. आम आदमी की जेब पर पैसों के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा लोग आभूषण और कपड़ों पर अपने खर्च को कम कर सकते हैं, लेकिन मिठाई और नमकीन त्योहारों का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है. उन्होंने कहा कि मिठाई-स्नैक्स व्यापार पहले ही महामारी से बुरी तरह प्रभावित था. 2020-21 में इसे 35,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जब कुल व्यापार घटकर 65,000 करोड़ रुपये हो गया.