इंदौर।विदेश मंत्रालय एक कार्यक्रम संचालित कर रहा है, जिसके जरिए श्रीलंका की पुलिस को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कार्यक्रम में इंदौर साइबर सेल पुलिस श्रीलंका की पुलिस को साइबर क्राइम में किस तरह से इन्वेस्टिगेशन किया जाता है, इसके गुण बता रही है. पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर सेल इंदौर जितेंद्र सिंह यह प्रशिक्षण वेबनार के जरिए दे रहे हैं, जिसके तहत करीब 30 श्रीलंका साइबर सेल के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी लाभ ले रहे हैं.
इंदौर पुलिस से ट्रेनिंग ले रहे श्रीलंका के पुलिस अधिकारी विदेश मंत्रालय भारतीय तकनीक और अर्थशास्त्र सहयोग कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इसके तहत सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग साझेदार देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दे रहा है. कार्यक्रम के तहत पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर सेल इंदौर जितेंद्र सिंह साइबर अपराध जैसे सोशल मीडिया फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड में आने वाले नए-नए ट्रेंड और उनसे बचाव के तरीकों को अपनी केस स्टडी के जरिए जानकारी दे रहे हैं.
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इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सब इंस्पेक्टर से लेकर एसएसपी स्तर के पुलिस वाले शामिल हो रहे हैं. प्रशिक्षण में यह भी बताया जा रहा है कि CDR ,IPDR में आने वाली दिक्कतों को कैसे दूर किया जा सकता है. इस ट्रेनिंग कार्य में पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर सेल जितेंद्र के सहयोगी के रुप में उपनिरीक्षक संजय चौधरी ,प्रधान आरक्षक मनोज राठौर के साथ ही अन्य आरक्षक भी शामिल हो रहे हैं और श्रीलंका के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं.
राज्य साइबर सेल इंदौर के अधिकारी समय-समय पर अन्य देशों के साथ वेवनार के जरिए ऑनलाइन ठगी से संबंधित चर्चा करते हैं. जिस तरह से ऑनलाइन ठगी लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ ही विदेशों में भी हो रही है तो राज्य साइबर सेल विदेशों की पुलिस के संपर्क में लगातार बनी रहती है, जिससे कि विभिन्न मामलों का खुलासा भी किया जा सके.