इंदौर। प्रदेश में कोरोना ने नए मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है, जिसके चलते सरकार के आदेश के बाद 11वीं और 12वीं कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है. सरकार द्वारा निर्देश जारी किए गए थे कि स्कूलों में सभी शिक्षकों और नॉन टीचिंग स्टाफ का वैक्सीनेशन किया जाए. ऐसे में यहां शत प्रतिशत शिक्षक और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है. वहीं, जो शिक्षक और कर्मचारी पहले वैक्सीनेशन से वंचित रह गए हैं, उनके लिए विशेष कैंप आयोजित किए गए हैं.
टीचर और कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के लिए कैंप
शहर में वैक्सीनेशन को लेकर शासकीय स्कूलों के टीचर और कर्मचारियों के लिए तीन विशेष कैंप आयोजित किए गए, जिनमें टीचर और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया गया. शहर के शासकीय शारदा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय अहिल्या आश्रम कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और शासकीय संयोगितागंज बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वैक्सीनेशन कैंप आयोजित किए गए. जिनमें शिक्षक और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया गया.
वैक्सीनेशन से छूटने वालों के लिए विशेष कैंप
वहीं, स्कूल के जो शिक्षक और कर्मचारी वैक्सीन लगवाने से वंचित रह गए हैं, उनके लिए विशेष कैंप लगाया गया है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वैक्सीन लगाने से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. इसी के चलते यह कवायद की जा रही है. बीते दिनों अभिभावकों द्वारा संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए बच्चों को स्कूल भेजने से इनकार किया गया था. जिसके चलते शिक्षक और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है.
पहले डोज के साथ दूसरा डोज भी
वैक्सीनेशन कैंप पर शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों को वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज लगाया जा रहा है, जो शिक्षक और कर्मचारी पहले डोज से वंचित रह गए थे उन्हें पहला डोज लगाया जा रहा है. वहीं, समयावधि पूरी करने वाले शिक्षकों को दूसरा डोज भी इन विशेष कैंप पर लगाया जा रहा है. आने वाले दिनों में स्कूलों के शत प्रतिशत शिक्षक और स्टाफ को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि, 100% वैक्सीनेशन के साथ ही स्कूलों को खोलने के निर्देश दिए गए थे.