इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के लोगों ने आवारा कुत्तों के लिए एक मानवीय पहल की है. यहां एक कॉलोनी के रहवासियों ने इलाके के कुत्तों को ठंड से बचाने के लिए डॉग होम (Dog Home) तैयार किए हैं, जो कुत्तों के लिए किसी आशियाने से कम नहीं है. इसमें वह सब सुविधा है, जो एक आम व्यक्ति अपने घर के पालतू कुत्तों के लिए रखता है. कॉलोनीवासियों का कहना है कि इन दिनों ठंड से इंसानों की हालत खराब हो रही है, तो इन कुत्तों का क्या हाल होगा? इसलिए हमने इनके लिए डॉग होम तैयार किए है.
इंदौर में कुत्तों के लिए बने घर कॉलोनी में हर घर के सामने बने हैं डॉग होम
इंदौर की सांघी कॉलोनी में लगभग हर घर के सामने कलात्मक पेंटिंग और डिजाइन से सजे रंग-बिरंगे ड्रम रखे हुए है. इन ड्रम में बिछे हुए आरामदायक बिछोने आवारा कुत्तों के लिए है. दरअसल कॉलोनी में रखे ये ड्रम कुत्तों के लिए आलिशान घर है. जो कुत्ते अब तक ठंड में ठिठुर कर इधर-उधर दुबके रहते थे, वे अब इन ड्रम में पनाह ले रहे है.
वंदना ने की थी डॉगीटाईजेशन की पहल
कुत्तों के लिए ये आशियाने बनाने का श्रेय वंदना जैन को जाता है. वंदना ने डॉगीटाईजेशन नाम से एक सामाजिक पहल की थी. जिसमें कॉलोनी के स्ट्रीट डॉग को ठंड से बचाने के लिए बिछौना उपलब्ध कराए गए थे. यह पहल सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में आई थी. अब उनकी यह पहल उनके कॉलोनी में रंग ला रही है. जहां कई घरों के सामने अब सुंदर से डॉग हाउस तैयार हैं.
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जिनमें कॉलोनी के स्ट्रीट डॉग मजे से रह रहे हैं. इतना ही नहीं इन कुत्तों को दोनों टाइम भोजन और पानी भी स्थानीय स्तर पर मुहैया कराया जा रहा है. जिसके कारण यहां कुत्तों की संख्या में वृद्धि हुई है. वंदना जैन की इस पहल से कुत्तों के काटने की समस्या का भी समाधान हुआ है. अब यह कुत्ते किसी को नहीं काटते.
कुत्तों के नाम से बिछौना और प्याऊ
यहां जिन क्षेत्रों में कुत्ते पाए जाते थे उन इलाकों में रहवासियों ने सुरक्षित स्थान देखकर कुत्तों के लिए बिछौना रख दिया. पुराने कपड़ों को बोरी में भरकर नियत स्थान पर कुत्तों के नाम लिखकर रखे गए हैं. जहां रात में कुत्ते आसानी से विचरण करते हैं. इसके अलावा जिन घरों में पुराने ड्रम और पुराने गद्दे पड़े थे, उन्हें ड्रम बिछाकर घरों के सामने रख दिया गया. स्थानीय बच्चों ने इन ड्रम पर सुंदर पेंटिंग भी बना दी. इसके बाद यह तमाम ड्रम कुत्तों के आशियाने बन गए हैं. जिनकी चर्चा अब शहर भर में हो रही है.
कुत्तों के लिए भी मानवीय पहल की दरकार
जो लोग कुत्तों को खाना-पानी और सुरक्षित आश्रय देने की मुहिम में जुटे हैं, वह लोग इंदौर के लोगों से इन मूक प्राणियों के लिए मानवीय पहल की उम्मीद कर रहे हैं. इस पहल की शुरुआत करने वाली वंदना जैन फिलहाल इस अभियान को सोशल मीडिया पर प्रचारित कर रही हैं. जिससे मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के लोग जुड़ रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय नागरिकों ने राज्य शासन और नगर निगम से अपील की है कि शहर के इन मूक प्राणियों के लिए कोई पहल की जाए.
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