इंदौर। बुजुर्गों के साथ अमानवीय और शर्मनाक हरकत के बाद इंदौर नगर निगम की आज पूरे देश थू-थू हो रही है. राजनेता से लेकर अभिनेता तक सभी ने निगम की हरकत पर प्रतिक्रिया दी है. चाहे कांग्रेस की सीनियर नेता प्रियंका गांधी हों या फिर अभिनेता सोनू सूद. फिलहाल के लिए अभी बेसहारा बुजुर्गों को शहर के अलग-अलग रैन बसेरा में रखा गया है. इन बुजुर्गों से मिलने आज सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी पहुंचे. इन बुजुर्गों की शारीरिक और मानसिक स्थिति की जांच के लिए डॉक्टर्स की व्यवस्था भी की जा रही है.
बुजुर्गों से मिली सामाजिक न्याय विभाग की टीम 'हमें गंदगी समझकर हटाया गया'
इस दौरान एक बुजुर्ग ने निगम के अधिकारियों पर आरोप लगाया है. उसका कहना है कि अधिकारी हमें गंदगी समझकर शहर से हटा रहे थे. हमें जबरन गाड़ी में बैठाया गया, उन्होंने कहा कि तुम गंदगी फैला रहे हो.
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मासनिक स्थिति की होगी जांच
इस दौरान ये भी कहा जा रहा है कि आरोप लगाने वाले बुजुर्ग की मानसिक हालत ठीक नहीं है.सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी शैलेन्द्र सोलंकी ने बताया कि मनोचिकित्सक से उसका चैकअप करवाया जाएगा. साथ ही इन्हें वृद्धाश्रम में शिफ्ट किया जाएगा. इनमें कुछ लोग वृद्धाश्रम जाने के लिए राजी नहीं हैं. उनका कहना है कि वो सड़क पर रहकर भीख ही मांगेगे. फिर भी उन्हें समझाइश दी जाएगी. साइकाइट्रिक काउंसिल करेंगे.
बार-बार शराब मांग रहा बुजुर्ग
हालांकि सभी बेसहारा बुजुर्गों का स्थिति ऐसी नहीं है. रैन बसेरा में लाए गए बुजुर्गों में सिर्फ चार ही ऐसे हैं, जिनकी हालत सामान्य नहीं लग रही है. इनमें एक शराब का आदी है. बार-बार शराब मांग रहा है. वहीं एक बुजुर्ग महिला है, जिसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है. इसी तरह दो अन्य लोग भी हैं. बाकि सभी बुजुर्ग रोजाना मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालते हैं. हर रोज की तरह आज भी वे काम पर गए.
अब तक क्या हुआ ?
बता दें इंदौर नगर निगम की एक टीम का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वे एक गाड़ी में बेसहारा बुजुर्गों जानवरों की तरह भर रहे थे. वीडियो वायरल हो गया. मीडिया में बात सामने आई तो आलाअधिकारी एक्टिव हुए. पहले दो कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दीं गईं. फिर सीएम शिवराज ने तत्काल प्रभाव से निगम उपायुक्त को निलंबित करने के आदेश दिए.