इंदौर।भय्यू महाराज सुसाइड केस में एक के बाद एक कई गवाहों के बयान इंदौर की जिला कोर्ट में हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर इंदौर की जिला कोर्ट में भय्यू महाराज के सेवादार के बयान इंदौर की जिला कोर्ट में दर्ज हुए. इस दौरान उसने कई बातों का जिक्र कोर्ट के सामने किया है.
भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में भय्यू महाराज के ड्राइवर कैलाश पाटिल से आरोपी पक्ष के वकील आशीष चौरे और धर्मेंद्र गुर्जर ने घटना के समय दिए गए बयानों पर सवाल किए. जिसमें महाराज के ड्राइवर कैलाश पाटिल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि महाराज की दूसरी पत्नी डॉक्टर आयुषी ने भय्यू महाराज की कार में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगवा रखा था. जिसका कंट्रोल उसके मोबाइल में था. भय्यू महाराज किससे मिलते थे, कब मिलते थे, इसकी पूरी जानकारी साथ में रहने वाले सेवादारों से वह लेती थी.
ट्रस्ट को लेकर यह बताया
जब कैलाश पाटिल ने बिना ट्रस्ट की मीटिंग के किसी को भी सदस्यता देने से इनकार किया तो 2 दिन बाद डॉक्टर आयुषी के वकील निवेश बड़जात्या ने उसे झूठे ब्लैक मेलिंग के केस में अरेस्ट करवा दिया था. कैलाश पाटिल ने यह भी बताया कि भय्यू महाराज के मुख्य सेवादार शरद और विनायक महाराज के बेटी कुहू और पत्नी डॉक्टर आयुषी के बीच हमेशा होने वाले झगड़ों से महाराज काफी तनाव में रहते थे. जबकि विनायक पर लगे करोड़ों रुपए को गायब करने की बात सरासर गलत है. उनके सामने कभी भी विनायक कहीं से ना रुपये लाया और ना ही कभी कोई बड़े बैग कार में रखे.