इंदौर। राहत इंदौरी इंदौर के साथ देशभर में अपनी शायरी के लिए मशहूर थे. वहीं उनके निधन के बाद जहां उनके प्रशंसकों में शोक की लहर है, तो वहीं इंदौर में उनके समकक्ष कवि सत्यनारायण सत्तन भी उनके निधन की खबर सुनकर दुखी हैं.
राष्ट्रीय कवि सत्यनारायण सत्तन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, आज उर्दू शायरी का एक सूर्य अस्त हो गया है, जिसकी भरपाई अब सालों तक नहीं हो सकती. उनका कहना था कि यह इंदौर के लिए भी एक बहुत बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई शायद अब असंभव है.