इंदौर। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित तिवारी हत्याकांड में आरोपी बनाई गई उनकी पत्नी अपूर्वा के घर वालों ने उसे बेकसूर बताया है. अपूर्वा की मां मंजुला शुक्ला का आरोप है कि पॉलिटिकल प्रेशर के चलते अपूर्वा को फंसाने की कोशिश की गई है, ताकि वो रोहित की संपत्ति पर अधिकार नहीं जता पाए. मंजुला शुक्ला ने अपूर्वा की जान को खतरा भी बताया है. मंजुला ने कहा है कि अपूर्वा के साथ कुछ भी हो सकता है.
अपूर्वा की मां मंजुला शुक्ला ने बताया कि मार्च में अपूर्वा इंदौर में थी. उसने घर में शांति की लिए इंदौर में पूजा भी करवाई थी. रोहित ही इंदौर से फ्लाइट में वापस लेकर गया था. उन्होंने आरोप लगाया है कि रोहित और अपूर्वा के बीच कुमकुम दीवार बन चुकी थी. कुमकुम एनडी तिवारी के ओएसडी राजीव की पत्नी है. मंजुला शुक्ला के मुताबिक उस रात उत्तराखंड से रोहित और कुमकुम साथ में शराब पीकर आए. घर आकर खाना खाया और अपूर्वा और रोहित अपने अपने अलग-अलग कमरों में चले गए.
मंजुला के मुताबिक घटना वाली रात की अगली शाम अपूर्वा ने साढ़े पांच बजे कॉल करके इंदौर में जिस पंडित से पूजा करवाई थी, उससे बात करने को कहा था. घटना वाली रात के अगली शाम अपूर्वा रोहित को अपनी कार में ले जा रही थी, लेकिन उज्ज्वला तिवारी ने उसे ऐसा करने से मना कर दिया. मंजुला का आरोप है कि उज्ज्वला की मैक्स हॉस्पिटल में सेटिंग है, इसलिए वही साथ गई. पुलिस ने इस मामले में जब नौकरों को पूछताछ के लिए बुलाया, तो उज्ज्वला ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को राजीव प्रकाश से कॉल करवाया और पुलिस पर दबाव बनवाया कि नौकरों को छोड़ दिया जाए और फिर सब नौकर घर आ गए. मंजुला का कहना है कि रोहित को कई बीमारियां थी. उसे हार्ट अटैक भी आ चुका था लेकिन ये बीमारियां उन्हें रोहित और अपूर्वा की शादी के बाद पता चली.