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Indore Traffic Robot इंदौर की सड़क पर रोबो कॉप, संभालेगा शहर की ट्राफिक व्यवस्था - robot manage indore traffic

इंदौर में अब चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की जगह रोबोट ट्रैफिक संभालते दिखेगें. (Indore Traffic Robot) एक्रोपोलिस इंस्टिट्यूट ने एक ऐसा ही रोबोट तैयार कर स्कूल चौराहे पर स्थापित किया है. जानें कैसे और कितने रुपयों में तैयार हुआ ये ट्रैफिक रोबोट.

Indore Traffic Robot
इंदौर में रोबोट संभालेंगे शहर का ट्रैफिक

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Published : Jan 5, 2023, 8:25 PM IST

इंदौर में रोबोट संभालेंगे शहर का ट्रैफिक

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर में ट्रैफिक की समस्या का समाधान अब रोबोटिक टेक्नोलॉजी के जरिए खोजा जा रहा है. (Indore Traffic Robot) गुरुवार को पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ट्रैफिक पुलिस रोबोट सिक्का स्कूल चौराहे पर स्थापित किया गया जो अब ट्रैफिक पुलिस की तरह ही चौराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल करता नजर आ रहा है. इंदौर के एक्रोपोलिस इंस्टिट्यूट ने रोबोटिक टेक्नोलॉजी पर काम करते हुए 2018 में भी एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक रोबोट डिजाइन किया था. यह रोबोट करीब 4 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है.

ट्रैफिक संभालेगा रोबोट: एक्रोपोलिस इंस्टिट्यूट में कई सालों के रिसर्च के बाद अब रोबोटिक इंजीनियर की मदद से पहला एंबेडेड टेक्नोलॉजी पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाला रोबोट तैयार किया गया है. यह रोबोट ट्रैफिक पुलिस की तरह ही चौराहे पर यातायात को रोकने के साथ नियम अनुसार यात्रियों को आगे बढ़ने की अनुमति देता है. खास बात यह है कि इसका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतना संवेदनशील है कि जिस रोड पर ज्यादा ट्रैफिक होगा, वहां यह अपने आप एडजस्ट होकर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए टाइमिंग डिसाइड करेगा.

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हर मौसम में चलेगा रोबोट: इसके अलावा ट्रैफिक गुजरने के साथ ही यह अपनी दिशा बदलने में सक्षम है. रोबोट 6 किलो वाट के विद्युत से चलने के कारण सोलर पैनल से भी आसानी से ऑपरेट हो सकेगा. वहीं वाटरप्रूफ होने के कारण इसे बारिश समेत अन्य सीजन में भी लगातार 24X7 उपयोग में लाया जा सकेगा. रोबोट के निर्माण के बाद इस रोबोट को नगर निगम की सहायता से फिलहाल इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर के पास स्थित एक स्कूल चौराहे पर लगाया गया है. जहां प्रवासी भारतीयों की आवाजाही के कारण ट्रैफिक को अन्य रूट से आसानी से गुजारा जा सके. रोबोट को चौराहे के बीच इंस्टॉल करने के बाद से ही यातायात अपने आप रोबोट के मुताबिक चलने लगा लिहाजा रोबोट को तैयार करने वाले इंजीनियर भी अपने इस प्रयोग की सफलता से खुश नजर आ रहे हैं.

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