इंदौर। देश के आम बजट को जहां लोकलुभावन बताया जा रहा है. वहीं उद्योग व्यापार और अर्थव्यवस्था के लिहाज से उद्योग प्रतिनिधियों ने बजट को सामान्य बताया है. बजट भाषण पर चर्चा करते हुए इंदौर में एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के सदस्यों ने बजट पर मिली-जुली प्रतिक्रिया जताई है. पीथमपुर उद्योग संगठन के अध्यक्ष गौतम कोठारी के अनुसार भारत सरकार ने नौकरीपेशा लोगों के लिए आयकर की सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख की है, लेकिन इससे कहीं ज्यादा राजकोषीय घाटा है जो 5.9% है.
आयकर में छूट पर बोले :गौतम कोठारी ने कहा कि यह घाटा कुल बजट का करीब 40 फ़ीसदी है. इसलिए आम आदमी को इस घोषणा से राहत मुश्किल से मिल पाएगी, जो भी बचत होगी. वह महंगाई में खर्च हो जाएगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ाने के साथ मोटे अनाज को स्वास्थ्य के लिहाज से प्रोत्साहित करने पर बल दिया है लेकिन सरकार ने इसके प्रसंस्करण की कोई व्यवस्था तय नहीं की है. जब तक मोटे अनाज का प्रसंस्करण नहीं होगा या उसको निर्यात नहीं किया जाएगा तब तक इस घोषणा से लाभ मिलना मुश्किल है.