इंदौर। इंदौर में जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाए जाने की शिकायतें मिलने पर जिला प्रशासन की टीम एमपी ऑनलाइन के दफ्तर पर छापेमारी की है, जहां से करीब चार सौ से पांच सौ फाइलें जब्त की गई हैं. जिनकी जांच की जा रही है. कलेक्टर मनीष सिंह को इस संबध में शिकायत मिली थी, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.
एमपी ऑनलाइन के निजी दफ्तर में चल रहा था जमीनों का गोरखधंधा, छापे में मिली 500 फाइलें
इंदौर में सरकारी जमीनों का फर्जी दस्तावेज बनाए जाने की शिकायतें मिलने पर जिला प्रशासन की एक टीम एमपी ऑनलाइन के दफ्तर पर छापेमारी की है. जहां से लगभग चार सौ से पांच सौ फाइलें जब्त की गई हैं. जिनकी जांच की जा रही है.
शिकायत मिलने पर टीम गठित कर एमपी ऑनलाइन के सेंटर पर छापेमारी की कार्रवाई की गई, जहां से जिला प्रशासन की टीम को कई सरकारी दस्तावेज, शासकीय लैंड रिकॉर्ड, मुहर समेत अन्य सरकारी रिकॉर्ड प्राप्त हुआ है. एमपी ऑनलाइन सेंटर शुभम जैन नामक दलाल का है, जो कलेक्ट्रेट में सरकारी कामकाज संबंधित दलाली करता है. शुभम और जैन विजय जैन नामक जमीनों के दलाल एमपी ऑनलाइन की आड़ में जमीनों के हेरफेर के लिए समानांतर सरकारी कार्यालय चला रहे थे.
एडीएम अजय देव शर्मा का कहना है कि, सरकारी दस्तावेज पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे मामले की तफ्तीश से जांच करने का फैसला किया है. लिहाजा जिला प्रशासन की टीम ने फाइलों को जब्त कर अपने अधिपत्य में ले लिया है. बताया जा रहा है कि, जमीनों के हेरफेर और उनके फर्जी रिकॉर्ड तैयार करने का गोरखधंधा यहां कई सालों से चल रहा है, अब एडीएम अजय देव शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन व 6 लोगों का दल पूरे मामले की जांच कर रहा है.