इंदौर। ट्रैफिक सूबेदार सोनू वाजपेयी का तबादला होने पर सियासत तेज होती जा रही है. बीते दिन बीजेपी ने कलेक्ट्रेट में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला और बल्लाकांड के बाद चर्चा में आए आकाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे.
ट्रैफिक सूबेदार के ट्रांसफर पर बवाल प्रदर्शन के दौरान भाजपाईयों ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार मनमाने तरीके से ट्रांसफर कर रही है. बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-2 से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने सरकार की तबादला नीति की निंदा की. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ईमानदार अधिकारी को उसकी कर्तव्यनिष्ठा के लिए दंडित कर रही है, जबकि भ्रष्ट अधिकारियों से पैसे लेकर उन्हें मनमाफिक पोस्टिंग दे रही है.
वहीं बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते कुछ महीने से प्रशासनिक स्तर पर अस्थिरता का माहौल बन हुआ है. अधिकारी-कर्मचारी ट्रांसफर के नाम पर हो रही लूट से परेशान हो चुके हैं.
इस वजह से शुरू हुआ सियासी बवाल
मामले के तार कमलनाथ सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से जुड़े हैं. उनके भतीजे पर सूबेदार सोनू वाजपेयी ने चालानी कार्रवाई की थी. कार्रवाई उस वक्त की गयी थी जब मंत्री सज्जन सिंह का भतीजा अभय वर्मा गाड़ी चलाते समय फोन पर बात कर रहा था. जिसे राजीव गांधी चौराहे पर आरक्षक विजय चौहान और सोनू वाजपेयी ने रोक लिया और चालानी कार्रवाई की. इस दौरान अभय ने सोनू वाजपेयी को ट्रांसफर की धमकी दे डाली थी. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.