इंदौर। इंदौर में अपराध के ग्राफ में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, उसे कम करने के लिए इंदौर की सेंट्रल जेल और जिला जेल में कई तरह के जतन किए जा रहे हैं. कैदियों को मुख्य धारा से जुड़ने के लिए कई तरह के प्रयास भी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को पढ़ाने के लिए एक अलग तरह की व्यवस्था की गई है. कैदियों को पढ़ाई के लिए सेंट्रल जेल प्रबंधन द्वारा विभिन्न तरह की व्यवस्था की गई है. जेल के अंदर बंद कैदी 10वीं, 11वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन के साथ ही एमए और एमबीए की पढ़ाई करने में जुटे हुए हैं.
एक टीचर नियुक्त किया :इन कैदियों को पढ़ाने के लिए जेल प्रबंधक ने मधु वर्मा नामक एक टीचर को भी नियुक्त किया है. बता दें कि इस साल इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद तकरीबन ढाई सौ कैदियों ने विभिन्न प्रकार के एग्जाम दिए हैं. 85 ऐसे कैदी हैं जिन्होंने नेशनल ओपन स्कूल से 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी. इसी के साथ इग्नू के माध्यम से एमबीए तक की भी कुछ कैदियों ने एग्जाम दी है. वहीं बीए फर्स्ट, सेकंड व फाइनल ईयर के लिए 24 कैदियों ने एग्जाम दिया है.