इंदौर: कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रदेश के सभी कॉलेजों में अध्यापन कार्य को बंद किया गया था. हालांकि अनलॉक के बाद ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाई की शुरुआत की गई थी. फिलहाल कॉलेजों में नवीन शिक्षा सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है. वहीं अब एक बार फिर कॉलेजों में पढ़ाई को प्रत्यक्ष रूप से संचालित करने की कवायद शुरू की गई है.
कॉलेजों को खोलने की कवायद शुरू
इंदौर संभाग में शासकीय कॉलेजों को खोलने की तैयारियां लगभग शुरू कर दी गई हैं. अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग इंदौर संभाग डॉक्टर सुरेश सिलावट के अनुसार एक दिसंबर से कॉलेजों को खोलने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव द्वारा जानकारी दी जा चुकी है. हालांकि अब तक तय नहीं हुआ है कि किन प्रक्रियाओं को लेकर कॉलेजों को खोला जाएगा. साथ ही कक्षा के संचालन को लेकर किस तरह की योजना तैयार की गई है.
लग सकती हैं ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेस
डॉ. सुरेश सिलावट के अनुसार कॉलेज खोलने के बाद कक्षाओं के संचालन को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से किया जा सकता है. विभिन्न बैचों के आधार पर कक्षाओं का संचालन किया जा सकता है. जल्द ही इस पूरे मामले पर अंतिम मुहर लग सकती है, जिसके बाद तय होगा कि कक्षाओं का संचालन किस तरह से किया जाएगा. साथ ही कॉलेज के संचालन के दौरान कोरोना गाइडलाइन का विशेष तौर पर पालन किया जाएगा. ताकि किसी भी तरह के संक्रमण की स्थिति ना हो.
कॉलेजों को खोले जाने को लेकर कॉलेजों को तैयारियों के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं. हालांकि, बीते कुछ दिनों से कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि के बाद एक बार फिर कॉलेजों के खोलने पर संशय बनता नजर आ रहा है. फिलहाल कॉलेज द्वारा ऑनलाइन माध्यमों से छात्रों को विषय संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है. ऐसे में जल्द ही कॉलेजों को खोल कर नियमित कक्षाओं के संचालन की कवायद की जा रही है. ताकि लंबे समय से रुकी पढ़ाई को शुरू कर शिक्षा सत्र को पटरी पर लाया जा सके और छात्रों को सुविधा मिल सके.