इंदौर। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न विषयों के कई कोर्स संचालित किए जाते हैं. इन कोर्स में अलग-अलग तरह के कोर भी शामिल होते हैं, जिसमें परंपरागत और व्यवसायिक कोर्स मुख्य रूप से होते हैं. विभिन्न विषयों के व्यवसायिक कोर्स के लिए छात्रों द्वारा लिए जाने वाले प्रवेश के लिए मुख्य तौर पर कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाता है, जिसके माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया जाता है. इस प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से छात्र अपने कोर्स का चयन भी करते है.
वर्तमान शिक्षा सत्र और प्रवेश प्रक्रिया पर पड़ा था महामारी का असर
कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ था. वहीं शिक्षा जगत पर भी इसका खासा प्रभाव पड़ा था. वर्ष 2020-21 के शिक्षा सत्र और प्रवेश प्रक्रिया पर इसका प्रभाव देखने को मिला था. यह प्रवेश प्रक्रिया लंबे समय तक आयोजित की गई थी. छात्रों को कई बार प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के मौके दिए गए थे. हालांकिं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश प्रक्रिया को भी निरस्त किया गया था. मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया गया था.
मेरिट के आधार पर छात्रों को दिया गया था प्रवेश
वर्तमान शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालय द्वारा छात्रों को मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया गया था. महामारी के चलते प्रवेश प्रक्रिया में जहां छात्रों को कई बार मौका दिया गया था. वहीं शासन के निर्देश पर प्रवेश प्रक्रिया के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा को भी निरस्त कर दिया गया था. परंपरागत कोर्सों के साथ-साथ व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में भी छात्रों को मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिया गया था.
नए शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया की तैयारियां शुरू
नवीनतम शैक्षणिक सत्र में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर तैयारियां शुरू की जा रही है. व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा के अनुसार, आगामी शिक्षण सत्र में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है, जिसमें मुख्य तौर पर कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजित कराए जाने को लेकर तैयारियां की जा रही है.
इंजीनियरिंग और साइंस के छात्रों के लिए आयोजित होती हैं प्रवेश परीक्षा
सामान्य विषयों के कोर्स के लिए जहां मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाता है. वहीं मुख्य तौर पर इंजीनियरिंग और मेडिकल से जुड़े विषयों के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है. यह प्रवेश परीक्षा मुख्य तौर पर कंप्यूटर के माध्यम से आयोजित की जाती है, जिसके लिए विभिन्न परीक्षा केंद्र बनाए जाते हैं. इस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से छात्रों को विभिन्न महाविद्यालयों में प्रवेश दिया जाता है.
प्रवेश परीक्षाओं को लेकर फैसला
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा के अनुसार, विश्वविद्यालय द्वारा परंपरागत और व्यवसायिक पाठ्यक्रम के विभिन्न कोर्स संचालित किए जाते हैं. व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा को लेकर आने वाले दिनों में फैसला लिया जाएगा. यह फैसला वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा, ताकि छात्रों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
बता दें कि, शिक्षण सत्र के पूर्व इस फैसले को लिया जाएगा. हालांकि प्रवेश परीक्षा को लेकर तैयारियां की जा रही है.
छात्रों के लिए की जाएगी विशेष व्यवस्था
व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन के साथ-साथ विशेष व्यवस्थाएं भी दी जाएगी, ताकि छात्र अपने प्रवेश संबंधी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकें. वहीं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी छात्रों के सवालों के जवाब दिए जाएंगे, ताकि उन्हें प्रवेश संबंधित किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े.