इंदौर।देश और दुनिया में जिस तरह डाक टिकट संग्रह करने वालों की अलग दुनिया है. उसी तरह भारतीय डाक विभाग में भी देश की महान विभूतियों पर डाक टिकट जारी करने की दशकों पुरानी परंपरा है. इसी परंपरा के फलस्वरुप मंगलवार को इंदौर रीजन के डाक विभाग ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अपनी तरह से श्रद्धांजलि दी है. शहर के मुख्य डाकघर में लता मंगेशकर की दुर्लभ प्रदर्शनी के आयोजन के साथ यहां लता जी पर एक डाक आवरण भी जारी किया गया. यह आवरण अब देश के तमाम डाक घरों में लता जी को श्रद्धांजलि स्वरूप प्रदर्शित किया जाएगा. (Postage stamp issued on lata mangeshkar in indore)
देश के हर डाकघर में प्रदर्शित होगा आवरण
देश के लगभग हर डाकघर में मौजूद फिलेटलिक ब्यूरो (डाक टिकट संग्रह शाखा) अब स्वर कोकिला लता मंगेशकर का यह अनूठा डाक आवरण भी प्रदर्शित होगा. दरअसल, डाक टिकट की तरह ही लता जी का यह विशेष डाक आवरण उनके द्वारा भारतीय जनमानस गीत संगीत के प्रेमियों के लिए जीवन पर्यंत मधुर गाने के सुमधुर योगदान के लिए श्रद्धांजलि स्वरूप डाक विभाग द्वारा अर्पित किया गया है. (indore post office)
मेरी आवाज ही पहचान है...
लता जी को डाक विभाग द्वारा समर्पित विशेष आवरण को सुंदर कलात्मक तरीके से सजाया गया है. इसमें सामने लता मंगेशकर के दो सुंदर फोटो हैं. इसके अलावा लता जी के जन्म और निधन की जानकारी समाहित है. डाक विभाग ने आवरण में उल्लेख किया है कि लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक कुशल नाट्य कलाकार थे. लता मंगेशकर को 1969 में पद्म भूषण, 1989 में दादा साहब फाल्के अवार्ड, 1993 में फिल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया. 1987 में राजीव गांधी पुरस्कार, 1999 में पद्म भूषण और 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया. (list of lata mangeshkar awards)