इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच ने ड्रग मामले में करीबन 70 करोड़ रूपए के MDMA ड्रग्स का खुलासा किया गया था, जिसमें पुलिस ने पांच आरोपियो को गिरफ्तार भी किया था, जिन्हें बुधवार को जिला न्यायालय में पेश किया गया. न्यायलय ने पूछताछ के लिए पांचों आरोपियों को दो दिनों की रिमांड पर लिया गया है, ताकि आरोपियों के विरुद्ध पुलिस अन्य साक्ष्य जुटाए जा सके.
इंदौर में 70 किलो ड्र्ग्स के मामले में पकड़ाए पांच आरोपियों को पुलिस द्वारा जिला न्यायालय में पेश किया गया, जिसमें पुलिस द्वारा न्यायालय को बताया गया कि अभी फिलहाल पकड़ाए पांचों आरोपियों से पूछताछ करना बाकी है और हैदराबाद में क्राइम ब्रांच द्वारा चल रही सर्चिंग की कार्रवाई में कई सबूत जुटाना है, इसी को लेकर इंदौर पुलिस द्वारा न्यायालय से पकड़ाई पांचों आरोपियों के लिए रिमांड की गुहार लगाई गई थी, जिस पर न्यायालय ने आवश्यकता अनुसार पुलिस को दो दिनों के लिए पकड़ाए पांचों आरोपियों को रिमांड पर पुलिस के सुपुर्द किया है. फिलहाल पुलिस लगातार केमिकल फैक्ट्री संचालक वेद प्रकाश, टेंट हाउस व्यापारी दिनेश अग्रवाल सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर जल्द ही अन्य ड्रग्स संबंधित अपराधों का खुलासा कर सकती है.
काफी बारीकी से की जा रही है जांच पड़ताल
पुलिस के द्वारा जिस तरह से हैदराबाद में जांच पड़ताल के दौरान विभिन्न तरह के सबूत मिले हैं, उनकी काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है और पुलिस का अनुमान है कि पकड़े गए आरोपियों के द्वारा आने वाले दिनों में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं.पुलिस ने इसी को देखते हुए कोर्ट के समक्ष आरोपियों को आज रिमांड अवधि खत्म होने के बाद पेश किया और एक बार फिर उनकी डिमांड की गुहार लगाई, जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को दो दिनों का रिमांड सौंप दिया है.
3 आरोपी तेलंगाना, 2 इन्दौर-देवास के
पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से तीन आरोपी तेलंगाना के रहने वाले हैं, वही दो आरोपी इंदौर-देवास के रहने वाले हैं. दो आरोपी जो इंदौर के रहने वाले हैं.
टेंट कारोबार की आड़ में ड्रग्स का धंधा
इंदौर-देवास के दोनों आरोपियों में से एक टेंट कारोबारी है. टेंट कारोबार की आड़ में ही यह ड्रग्स का रैकेट संचालित करते थे. फ़िलहाल पकड़े गए पांचों ही आरोपियों से पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है. MR से तस्कर बना देवास का वेदप्रकाश व्यास पहले एक दवा कंपनी में MR था. वह देवास से हैदराबाद चला गया था. बाद में वेदप्रकाश ने दवा कंपनी की फार्मा यूनिट, लेबोरेटरी खोली. वह हैदराबाद के ड्रग्स तस्करों के संपर्क में आया और इंदौर देवास, उज्जैन सहित आसपास के जिलों में ड्रग्स की सप्लाई करने लगा. धीरे-धीरे इन्होंने हर जिले में एजेंट बनाए. मंदसौर के चिमन अग्रवाल ने अपने चाचा दिनेश, चचेरे भाई अक्षय को धंधे में उतारा. इनका टेंट का काम है. पूछताछ में इन्होंने पहले भी बड़ी मात्रा में ड्रग सप्लाई कबूला.
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देश की सबसे बड़ी करवाई का दावा
इंदौर रेंज के अधिकारियों का कहना है कि यह देश की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है. अभी तक किसी भी विभाग ने ड्रग्स को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया. इन पांच आरोपियों के पास से 70 किलो MDMA ड्रग्स,1 3 लाख रुपए नगद और 2 गाड़ियां बरामद हुईं थी.
फ़िलहाल इस पूरे मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है और पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही इस पूरे मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. अब पुलिस को जो दो दिनों का रिमांड मिला है और उसमें जांच पड़ताल की जा रही है और पुलिस का अनुमान है कि दो दिनों की रिमांड में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
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क्या है MDMA ?
हाई प्रोफाइल पार्टीज में MDMA ड्रग्स बड़े पैमाने पर लिया जाता है. इसे पार्टी ड्रग्स भी कहते हैं. शॉर्ट फॉर्म में इसे MD कहा जाता है. पार्टी के हिसाब से इसका दाम तय होता है. इस ड्रग की इंटनेशनल मार्केट में बड़े स्तर पर तस्करी होती है. MDMA यानि मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन को आमतौर पर एक्सटेसी भी कहा जाता है. ये उत्साहित करने, भ्रामक स्थितियां पैदा करने, शक्ति और सुकून महसूस कराने का काम करती है.