इंदौर।मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी है और आर्थिक राजधानी में कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बड़ी संख्या में लॉन्च करती हैं लेकिन कुछ लोग बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रोडक्ट की कॉपी बनाकर उन्हें सस्ते दामों पर बेच देते हैं. जिसके कारण कई कंपनियों को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता है. इसी कड़ी में एक कंपनी ने पुलिस थाने में शिकायत की और पुलिस ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में कॉपी किए हुए प्रोडक्ट जब्त किए. वहीं आरोपियों को भी गिरफ्तार किया. वहीं पूरे ही मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है.
कम्पनी के नकली प्रोडक्ट खपाने वाले आरोपियों को पुलिस ने किया गिफ्तार - बाजार में बेचे जा रहे थे नकली पार्ट्स
इंदौर पुलिस ने यूरेका कंपनी के कर्मचारी के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया है. जिस कंपनी के नकली पार्ट्स बनाकर बाजार में बेचे जा रहे थे, इस पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए 300 से अधिक फर्जी यूरेका कंपनी के पार्ट्स जब्त किए हैं. वहीं पूरे ही मामले में पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने कॉपीराइट के तहत केस दर्ज किया है. आरोपी दीपक जैन जो कि कंपनी यूरेका के नाम से पॉट्स बनाकर बाजार में बेचने का काम कर रहा था और एक ऑटो चालक भी जो इसमें शामिल है दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
मार्किट में नकली प्रोडक्ट खपाने वाला आरोपी गिरफ्तार
- फरियादी युरोका कंपनी में करता था काम
इसी के साथ यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी पहले यूरेका कंपनी में ही काम करता था. वहां पर किस तरह से प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं और किन-किन लोगों को बेचे जाते हैं, इसके बारे में जानकारी ली. इसके बाद उसने कंपनी की नौकरी छोड़ दी और खुद इस व्यापार में उतर गया. फर्जी प्रोडक्ट यूरेका के नाम से बना कर उन्हें बाजार में सप्लाई करने लग गया. पहले भी यूरेका कंपनी के कर्मचारियों को इस तरह की शिकायतें मिली थी. लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन इस बार पुख्ता जानकारी पुलिस के हाथ लगी और पुलिस ने इस पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से बड़ी संख्या में प्रोडक्ट भी जब्त कर लिए.
- 450 रुपए का सामान नकली प्रोडेक्ट बनाकर 60 रुपए में बाजारों में बेचा जा रहा
यूरेका की प्यूरीफाइड पार्ट की कॉपी बनाकर यह ₹60 के हिसाब से बेच रहे थे. वहीं उसकी ओरिजिनल कॉपी तकरीबन 450 रुपए के आसपास आती है. फिलहाल पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने उन सभी डुप्लीकेट कॉपी को जब्त कर लिया है. जिनकी कीमत तकरीबन तीन लाख 88 हजार के आसपास आंकी जा रही है.