इंदौर। दमोह की रहने वाली उमंग श्रीधर ने राजधानी भोपाल में खादीगी नामक एक स्टार्टअप की शुरुआत की है. इसमें उमंग द्वारा कढ़ाई- बुनाई करने वाली महिलाओं को जोड़कर बांस और सोयाबीन के फाइबर से तैयार होने वाली उत्कृष्ट प्रकार की खादी तैयार करने का काम शुरू किया था. हाल ही में इंदौर में आयोजित स्टार्टअप कॉन्क्लेव में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उमंग से उनके नए स्टार्टअप और कामकाज के बारे में चर्चा की तो पता चला ₹30000 से की गई उमंग की शुरुआत अब करोड़ों रुपए की आय में तब्दील हो चुकी है. वह हजारों महिलाओं के साथ मिलकर पांच राज्यों के 13 कलेक्टर में एक खास तरह की खादी तैयार कर रही हैं.
उमंग श्रीधर से पीएम का संवाद : इस खादी को रिलायंस आदित्य व बिरला जैसी बड़ी कंपनियां खरीद लेती हैं. यही वजह है कि स्टार्टअप कॉन्क्लेव में उमंग को अपने सफल स्टार्टअप के कारण प्रधानमंत्री से संवाद करने का मौका मिला इस संवाद के दौरान जब उमंग ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह पारंपरिक रूप से बुनाई और कढ़ाई करने वाली महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने के लिए उनके अलग-अलग समूह बनाकर महिलाओं को बांस और सोयाबीन के फाइबर से तैयार करने का काम देती है तो प्रधानमंत्री भी प्रसन्न हुए.