इंदौर।कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर देशभर में लगातार तैयारियों का दौर जारी है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों के लिए देश में Fourth Sero Survey करवा रहा है. इसी कड़ी में इंदौर संभाग आयुक्त पवन कुमार शर्मा ने संभागायुक्त कार्यालय पर अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में 18 वर्ष से कम उम्र का बच्चों का सीरो सर्वे करवाने के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए. बैठक में स्वास्थ्य और नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए.
इंदौर में चौथे सीरो सर्वे की तैयारी
दरअसल कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से देश में कहर मचाया था. उसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीसरी लहर को लेकर लगातार तैयारियां कर रही है. ICMR तीसरी लहर को रोकने की तैयारियों को लेकर देशभर में तीन सीरो सर्वे करवा चुका है. इंदौर संभाग में चौथे सीरो सर्वे की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को संभागायुक्त ने स्वास्थ विभाग और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली.
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सर्वे के लिए 40 टीमों का होगा गठन
बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सीरो सर्वे में इंदौर नगर निगम का भी सहयोग लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सर्वे के लिए 25 वार्ड में करीब 1800 से अधिक बच्चों के सेंपल लिए जाएंगे. साथ ही एक एप के माध्यम से रेंडम सर्वे किया जाएगा. जिसके लिए संभागयुक्त ने 40 टीमों के गठन करने की बात कही.
18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का होगा सर्वे
संभागायुक्त शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष सीरो सर्वे में सभी आयु वर्ग के लोगों का सर्वे किया था. लेकिन तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करने की बात सामने आ रही है, इस को ध्यान में रखते हुए इस बार केवल 18 साल से छोटे बच्चों का सीरो सर्वे होगा.
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क्या होता है सीरो सर्वे? जानिए...
सीरो सर्वे को सीरोलॉजिकल सर्वे भी कहते है. इस सर्वे से पता चलता है कि उस क्षेत्र में कितना कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है. कई बार ऐसा होता है कि लोगों को कोरोना का संक्रमण होता है, लेकिन उनके शरीर में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. इसका मतलब है कि वह व्यक्ति में कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबॉडी है. जितने ज्यादा लोगों में एंटीबॉडीज होंगी, उतना ही संक्रमण का खतरा कम होगा. यह संक्रमण की चेन बनने से रोकेगा.