इंदौर। जिले के देपालपुर और गौतमपुरा क्षेत्र के लोग कई दिनों से झमाझम बारिश का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद 12 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी बरस पड़ा. चारों ओर पानी ही पानी देखने को मिला. तेज बरसात के चलते निचली और ऊपरी बस्तियों सहित कॉलोनियों में जनमग्न जैसी स्थिति निर्मित हो हई, जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं यशवंत सागर डेम के सभी गेट खोलने पड़े.
इंदौर: बारिश ने बरपाया कहर, बाढ़ में फंसे लोगों को किया गया रेस्क्यू
इंदौर शहर में बारिश ने कहर बरपाया है, जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं सभी नदी-नाले उफान पर आने से गायत्री मंदिर में फंसे 5 लोगों को रेस्क्यू कर पुलिस टीम द्वारा बाहर निकला गया.
उक्त दोनों क्षेत्रों के आसपास के ग्रामीण अंचलों में बीते 2 दिनों से झामझाम बारिश का दौर जारी है, जिसमें चम्बल नदी और गंभीर नदी के साथ सभी नाले उफान पर आ गए है. इसकी वजह से इंदौर-उज्जैन मार्ग और सावेर-बड़नगर मार्ग अवरुद्ध रहे है. क्षेत्र में कई गांवों के अलावा गौतमपुरा नगर के कई घरों में पानी भर गया है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. वहीं उकाला स्थित प्राचीन अचलेश्वर महादेव मंदिर में जलभराव जैसी स्थिति पैदा हो गई है, जिसे देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा रहा. इधर नगर के गायत्री मंदिर में 4 महिला और एक पुजारी फंस गए थे, जिन्हे थाना प्रभारी रमेश चंद्र भास्करे और सीएमओ मंगूदास बैरागी के नेतृत्व में आरक्षक राधेश्याम, आरक्षक वीरेंद्र पटेल, एसआई बलबीर सिंह यादवसहित नगर परिषद के कर्मचारियों ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला.
डाबरी मोहल्ले के वार्ड क्रमांक-06 में घरों में पानी भर गया, जिससे फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया. रलायता रोड-96 भवन पर पानी रुक जाने की स्थिति में निकासी करवाई गई. इसके अलावा इंदौर रोड़ स्थित कुशवाह पैलेस के घरों में पानी भर जाने से पानी निकासी के लिए जेसीबी से रास्ता बनवाया गया. अधिक बारिश होने की वजह से पुलिस टीम, नगर सुरक्षा समिति की टीम सहित नगर परिषद की टीम सुबह से लेकर रात तक लोगों की व्यवस्था में जुटी रही. हालांकि 24 घंटे में 8 इंच बारिश दर्ज की गई. वहीं अभी तक क्षेत्र में कुल 28 इंच बरसात दर्ज की गई है, जबकि बीते वर्ष 22 अगस्त 2019 तक 32 इंच बारिश हुई थी.