इंदौर। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कई बार मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती की जाती है, लेकिन पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्वीकार किया है कि कई सालों से एलटी और एसटी लाइनों का मेंटेनेंस नहीं हुआ है. इसी वजह से उपभोक्ता बिजली कटौती की परेशानी से जूझ रहे हैं. कंपनी ने मेंटेनेंस टीम को स्पष्ट कर दिया है कि 25 जून तक मेंटेनेंस का काम पूरा करने के बाद एक जुलाई से यदि सर्विस लाइन के स्तर पर कोई भी शिकायत मिली तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे.
मेंटेनेंस के नाम पर की जा रही अंधाधुंध बिजली कटौती, कंपनी का कुछ और ही है कहना
प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में मेंटेनेंस के नाम पर हर रोज बिजली कटौती की जाती है, लेकिन पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का कहना है कि मेंटेनेंस अभी नहीं हुआ है. हालांकि कंपनी ने मेंटेनेंस टीम को स्पष्ट कर दिया है कि 25 जून तक मेंटेनेंस का काम पूरा होना है और एक जुलाई से यदि सर्विस लाइन के स्तर पर मेंटेनेंस की कोई भी शिकायत मिली तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे.
विद्युत वितरण कंपनी के एमडी विकास नरवाल ने कहा कि एलटी और सर्विस लाइन का मेंटेनेंस नहीं हो पाने के कारण उपभोक्ता की सर्विस लाइनें पुरानी और खराब हैं, इसके अलावा इंदौर शहर के विभिन्न इलाकों में जो केबल उपभोक्ता द्वारा लगाई गई है उसमें भी फाल्ट है. हाल ही में विद्युत कटौती शिकायतों के निराकरण के दौरान यह स्थिति मिलने पर अब कंपनी ने तय किया है, की इंदौर की 11 केवी और 330 केवी की लाइनों का मेंटेनेंस नहीं हुआ था अब 25 जून तक अभियान चलाकर ऐसी तमाम लाइनों को ठीक किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अब जोन के अनुसार सभी इलाकों की एलटीओ एचटी लाइन के रखरखाव के लिए दो टीमें काम करेंगी, जो 25 जून तक शहरभर की सभी लाइनें दुरुस्त करेंगी. एक जुलाई को इन तमाम लाइनों के निरीक्षण के बाद यदि सर्विस लाइन में कोई भी गड़बड़ी पाई गई, तो इसके लिए संबंधित जोन के अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे और इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.