इंदौर। राष्ट्रीय अंधत्व निवारण शिविर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद संक्रमण के चलते करीब 11 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई, मामले का खुलासा होते ही स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर आई हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर को सील करने के साथ- साथ हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया है. वहीं प्रदेश सरकार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पूरे घटनाक्रम के जांच के आदेश और सभी मरीजों के बेहतर उपचार के निर्देश जिला प्रशासन इंदौर को दिए हैं.
ये है पूरा मामला
⦁ 8 अगस्त को राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत धार जिले के 13 मोतियाबिंद के मरीजों को इंदौर आई हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था.
⦁ ऑपरेशन के बाद तीन मरीजों को तो छुट्टी दे दी गई.
⦁ 11 मरीजों को आंखों में धुंधलापन होने के कारण रोक लिया गया था.
⦁ मरीजों की शिकायत के बाद जब उनकी आंखों में दवाई डाली गई, तो दवाई डाले जाने के बाद कुछ मरीजों ने सफेद दिखने की शिकायत की, जबकि कुछ मरीजों ने आंखों में अंधेरा छाने जैसी शिकायत की.
⦁ डॉक्टरों की जांच में पता चला कि ऑपरेशन के बाद मरीजों की आंखों में इंफेक्शन हो गया है.
⦁ लिहाजा इंफेक्शन के बाद मरीजों की आंखों की रोशनी जाने की आशंका से अब इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल में हड़कंप की स्थिति है.