इंदौर। कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से लोग अब हवाई सफर करने से बच रहे हैं. ऐसे में विमान कंपनियां आर्थिक मंदी से जूझ रही हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा कमाई वाले इंदौर एयरपोर्ट पर भी सन्नाटा पसर हुआ है. यहां 110 फ्लाइट में से 10 फ्लाइट मुश्किल से चल पा रही हैं. यात्रियों की संख्या अत्यधिक कम होने से विमानन कंपनियों को बार-बार फ्लाइट निरस्त करनी पड़ रही है.
10 फ्लाइट ही भर पा रही हैं उड़ान
इंदौर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लॉकडाउन के पहले तक अपनी श्रेणी में पहले स्थान पर था. हालांकि 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद 25 मई से घरेलू उड़ान शुरू होने की औपचारिक घोषणा हो चुकी है, लेकिन यात्रियों के टोटे के कारण हवाई सेवाएं फिर से बंद करनी पड़ रही हैं. इंदौर में ही बीते 10 दिनों में शुरू की गईं 10 उड़ानें बंद हो चुकी हैं. फिलहाल सिर्फ 8 उड़ानें ही चल पा रही हैं. 25 मई के बाद से आने और जाने की कुल 26 उड़ानों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन शुरुआत एक ही उड़ान से हुई, हालांकि कुछ दिनों बाद उड़ानों की संख्या बढ़ी है,
एक हफ्ते में 3 से 4 दिन ही उड़ान भर रही फ्लाइट
फिलहाल दिल्ली से इंदौर, बेंगलुरु, अहमदाबाद के लिए दो-दो और हैदराबाद, किशनगढ़ वा बेलगाम के लिए एक-एक फ्लाइट उड़ान भर रही है. इन उड़ानों को इंडिगो, एयर एशिया स्टार, और टू जेट एयरलाइंस द्वारा चलाया जा रहा है. लेकिन कुछ दिनों में ही यात्रियों का टोटा पड़ने से इन उड़ानों को कंपनियों ने रोजाना की बजाए अब 3 से 4 दिन ही चलाना शुरु किया है. इसके अलावा 10 उड़ानों को पूरी तरह बंद करना पड़ा है.