इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र में एक 12 साल की नाबालिग ने मंगलवार को फांसी लगा ली थी. इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है. मामले में एक सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला था जिसमें उसने एक अपनी सहेली माही का जिक्र किया था. जब मृतका की सहेली से पूछताछ की गई तो पता चला की. नाबालिग अपनी सहेली पर दबाव बनाने के लिए फांसी का नाटक कर रही थी. इसी दौरान गलती से कुर्सी खिसक गई और फंदा उसके गले में कसा गया. बच्ची ने अपने हाथ में SORRY G भी खुरचा था.
सुसाइड के मामले में आया नया मोड़ 12 साल की बच्ची ने की आत्महत्या
इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के एक कॉलोनी में रहने वाली आरक्षक दंपत्ति की 12 साल की बच्ची ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस पूरे ही मामले में पहले यह बात सामने आ रही थी कि बच्ची के द्वारा मोबाइल पर एक वीडियो बनाया जा रहा था उसी दौरान कुर्सी खिसकी गई और यह पूरा उसकी मौत हो गई. लेकिन जब पूरे मामले में जांच पड़ताल की गई तो बच्ची के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ. जिसमें उसने अपनी सहेली माही का जिक्र करते हुए कहा था. सुसाइट नोट में खिला था कि 'हम दोनों से गलती हो गई है और माफ करना ओके बाय बाय फॉरएवर'. वहीं मृतक के हाथ पर SORRY G भी लिखा हुआ था.
मृतका की सहेली का बयान
मृतका की सहेली ने पुलिस को बताया कि उससे एक लड़का दोस्ती करना चाहता था. वह मेरी मृतक सहेली का भी दोस्त था. उसने मुझे कई बार उससे दोस्ती करने को कहा, लेकिन मैंने हर बार मना कर दिया. इसके बाद मेरी सहेली ने मुझे कई बार डराया और उससे दोस्ती करने का दबाव बनाया. मेरे नहीं मानने के बाद उसने अपने हाथ पर कुछ शब्द भी खरोच लिए थे. मैंने घटना के दो-तीन दिन पहले से ही उससे बात करना बंद कर दी थी. वह कई बार मेरे घर पर बात करने भी आई लेकिन मैंने उसे इग्नोर कर दिया था. इन्हीं सब बातों से परेशान होकर संभवत उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
बटालियन में मृतक के माता पिता पदस्थ है
मृतका के माता और पिता दोनों फर्स्ट बटालियन में आरक्षक के पद पर पदस्थ है. वही जिस समय 12 साल की बच्ची ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली उस समय माता और पिता नौकरी पर गए हुए थे. जैसे ही उन्हें पूरे घटना की जानकारी लगी तो वह उसे फंदे से उतारकर सबसे पहले निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन काफी देर हो जाने के कारण डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. उसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए इंदौर के जिला हॉस्पिटल लाया गया.