इंदौर।ट्रैफिक पुलिस इंदौर शहर के ट्रैफिक को सुधारने के लिए नित नए प्रयोग करती हुई नजर आ रही है. जहां जाम की स्थिति पर त्वरित पहुंचने के लिए एक अलग से टीम बनाने की बात कही जा रही है, तो वहीं संदिग्ध गाड़ी जो कि चोरी की हो ऐसे वाहनों के बारे में जानकारी निकालने के लिए नए ऐप का प्रयोग करने में जुटी हुई है.
डीसीपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश: शहर में सुगम सुरक्षित सुखद यातायात के लिए डीसीपी मनीष कुमार अग्रवाल ने सभी अधिकारियों यातायात, प्रबंधन पुलिस की टीम को दिशा निर्देश दिये हैं कि, शहर के चौराहों व मुख्य मार्गों पर बेहतर यातायात प्रबंधन का कार्य करें. साथ ही अमानक नंबर प्लेट, संदिग्ध वाहनों के नम्बर को वीडीपी (व्हीकल डिटेक्शन पोर्टल) पर भी सर्च करें, यदि कोई वाहन चोरी का पाया जाता है तो संबंधित थाने से सम्पर्क कर वैधानिक कार्रवाई करवायें. यातायात प्रबंधन पुलिस की टीमों को वीडीपी पोर्टल की एक लिंक प्रदान की गई है, जिसके माध्यम से चैकिंग पॉइंट पर ही संदिग्ध वाहन की पहचान की जा सकती है. वीडीपी पोर्टल एक वेब आधारित एप्लीकेशन है, जिसमें मध्यप्रदेश पुलिस की स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल सीसीटीएनएस में दर्ज चोरी के वाहनों का डाटा होता है. व्हीकल नम्बर सर्च करने पर अगर कोई वाहन चोरी का होता है तो सर्च करते ही रेड ब्लिंक ऑप्शन आता है. जिस पर stolen लिखा होता है. ऑप्शन पर क्लिक करते ही संबंधित वाहन की चोरी की रिपोर्ट थाना सहित अन्य जानकारी प्राप्त हो जाती है. यातायात प्रबंधन पुलिस द्वारा हर रोज करीब 300 से अधिक वाहनों की जांच की जा रही है.