इंदौर। केंद्रीय उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से शासकीय विश्वविद्यालय (University) को समय-समय पर विभिन्न योजनाओं के तहत अलग-अलग कामों के लिए ग्रांट आवंटित की जाती है. इसी सिलसिले में केंद्र सरकार के पीएम रुसा योजना के तहत मध्य प्रदेश के 4 विश्वविद्यालय को कंपोनेंट वन योजना का लाभ दिए जाने के लिए प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश दिए गए है. इनमें इंदौर का देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) भी है.
प्रदेश के ये विश्वविद्यालय भेजेंगे प्रस्ताव:पीएम रुसा योजना (RUSA) के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, भोपाल स्थित बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय और ग्वालियर स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय को योजना के लिए प्रस्ताव भेजा जाना है.
यह प्रस्ताव योजना के कंपोनेंट वन के तहत भेजा जाना है. इसके तहत विश्वविद्यालय को करीब 100 करोड़ रुपए की ग्रांट मिलने की बात कही जा रही है.
देश के 35 विश्वविद्यालय को मिलेगी योजना का लाभ:केंद्रीय उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से सभी विश्वविद्यालयो से दो अलग-अलग प्रोजेक्ट तैयार कर भेजने को कहा गया है. इसमें एक प्रोजेक्ट 100 करोड़ रुपए की राशि और दूसरा प्रोजेक्ट 20 करोड रुपए की राशि के लिए होगा.
कंपोनेंट वन प्रोजेक्ट के तहत 100 करोड रुपए की ग्रांट मंजूर की जानी है. यह ग्रांट देश के 35 विश्वविद्यालय को दी जाएगी. इसमें देवी अहिल्या विश्वविद्यालय भी शामिल है. वहीं, दूसरा प्रोजेक्ट कंपोनेंट 2 के तहत है, इसमें विश्वविद्यालय को 20 करोड रुपए की ग्रांट प्रदान की जाएगी.