इंदौर। प्रदेश की सबसे हॉट सीट कही जाने वाली इंदौर की एक नंबर विधानसभा में कैलाश विजयवर्गीय और संजय शुक्ला के बीच शह और मात का खेल शुरू हो गया है. संजय का आरोप है कि वोट खरीदने के लिए विजयवर्गीय की ओर से जहां कुकर, साड़ी और गिफ्ट बांटे जा रहे हैं. वहीं नामांकन फॉर्म निरस्त करने से लेकर मिलते-जुलते नाम के प्रत्याशी को भी खड़ा करके चुनावी जीत के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. इस स्थिति के चलते कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने अपना नामांकन निरस्त होने की आशंका में पत्नी अंजली शुक्ला के नाम से नामांकन जमा कराया है. इधर शुक्ला के तमाम आरोपों पर कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्ला की राजनीतिक अपरिपक्वता बताया है.
विजयवर्गीय पर बोले संजय शुक्ला: दरअसल, सोमवार को नामांकन फार्म जमा करने के आखिरी दिन इंदौर विधानसभा क्रमांक 1 के कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला की ओर से उनकी पत्नी अंजली शुक्ला अपने वकील के साथ नामांकन जमा करने पहुंची थीं. इसके बाद पता चला कि इंदौर के एक नंबर विधानसभा से ही किसी अन्य संजय शुक्ला को भी चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया गया है. संजय शुक्ला का आरोप है कि ऐसा विजयवर्गीय की घबराहट के कारण हो रहा है. जिनके द्वारा ही मेरे नाम का एक और फॉर्म भर गया है और वह मेरा नामांकन निरस्त करवा सकते हैं. यही वजह है कि मुझे मेरी पत्नी के नाम से एक पृथक नामांकन जमा करना पड़ा है.
स्टार प्रचारक को दूसरे प्रचारक की जरुरत: संजय शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा विजयवर्गीय कितनी भी नौटंकी कर लें, लेकिन उनका घमंड इस बार चूर होगा, क्योंकि वह खुद स्टार प्रचारक हैं और उन्हें अपने ही चुनाव प्रचार के लिए अब बड़े-बड़े स्टार प्रचारकों को बुलाना पड़ रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी ने आज विजयवर्गीय पर पलटवार करते हुए कहा कि "20 साल तक महापौर और इंदौर के पावरफुल मंत्री होने के बावजूद हुकुमचंद मिलकर मजदूरों के लिए विजयवर्गीय ने कुछ नहीं किया. इंदौर का सबसे बड़ा पेंशन घोटाला कैलाश विजयवर्गीय के कार्यकाल में ही हुआ, लेकिन फिर भी राजनाथ सिंह उन्हें धोनी और हार्दिक पांड्या कहकर दोनों क्रिकेटरों का अपमान कर रहे हैं."