भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए उपचुनावों के नतीजे स्पष्ट हो चुके हैं. बीजेपी के खाते में फिलहाल 19 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस 9 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है. इस तरह 28 में 27 सीटों का फैसला हो चुका है. देर रात तक ग्वालियर पूर्व सीट का भी परिणाम सामने आ गया. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सतीश सिकरवार ने बीजेपी के मुन्नालाल गोयल को शिकस्त दी है.
इमरती देवी हारीं
सबसे चर्चित डबरा विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी चुनाव हार गईं हैं. उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे की शिकस्त दी. इनके अलावा सिंधिया खेमे के दो और मंत्री एंदल सिंह कंषाना व गिर्राज दंडोतिया हार का मुंह देखना पड़ा.
बीजेपी सरकार बचाने में कामयाब
उपचुनाव के नतीजों से ये तो स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है. बीजेपी सरकार बचाने में कामयाब रही है. लेकिन ये नतीजे बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका साबित हो सकते हैं. क्योंकि बीजेपी जिन सीटों पर हारी है, उनमें से अधिकांश ग्वालियर-चंबल अंचल की हैं, जिसे सिंधिया के प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है. ऐसे में कहीं ना कहीं सिंधिया की राजनीतिक हैसियत पर असर पड़ना तय है.
कम हो सकता है सिंधिया सियासी रुतबा
करीब 10 माह पहले कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में आए सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया था. जिसके चलते कमलनाथ की सरकार गिरी और प्रदेश में उपचुनाव की नौबत आई. बीजेपी ने सिंधिया का खुले दिल से स्वागत किया और तमाम शर्तें मान लीं. 12 सिंधिया समर्थकों को मंत्री बनाया गया. जिनमें से तीन मंत्री हार गए हैं. बीजेपी ने ग्वालियर चंबल की 16 सीटों में से 7 सीटें गंवा दी हैं. कुल मिलाकर बीजेपी की इस क्षेत्र में जितनी उम्मीद थी, उससे कम सीटें मिलीं हैं. जिससे बीजेपी की सरकार से लेकर संगठन तक में सिंधिया का रूतबा कम हो सकता है.