इंदौर। 25 मई को घोषित हुए हाईस्कूल परीक्षा परिणामों में जहां कई छात्रों ने बाजी मारी वहीं इंदौर की एक ऐसी भी छात्रा थी जिसने मूक बधिर होने के साथ दृष्टिहीन होने के बावजूद प्रदेश में पहली बार हाईस्कूल परीक्षा पास करके अपनी विकलांगता को मात दे दी है. गुरदीप सेंट्रल इंडिया की ऐसी पहली छात्रा हैं जिसने स्पर्श के संवाद और ब्रेल लिपि की मदद से मूक बधिर राइटर के जरिए हाई स्कूल परीक्षा में 56 फीसदी अंकों के साथ सफलता हासिल की है.
सबने मिलकर की पहल: गुरदीप कौर उर्फ स्वीटी ने अपनी बहन को पढ़ाई के साथ नौकरी करते देख आठवीं कक्षा के बाद आगे भी पढ़ने की इच्छा इंदौर जिला प्रशासन के समक्ष जताई थी. लिहाजा इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने शिक्षा विभाग की मदद से गुरदीप को शहर के आनंद संस्थान में पढ़ने की अनुमति दिलाई थी. लिहाजा स्कूल में संचालिका मोनिका पुरोहित ने गुरदीप के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित कर अपने हाथ की उंगलियों और हथेलियों को दबाने के स्पर्श के साथ शब्दों को समझाने की मशक्कत के साथ गुरदीप की परीक्षा की तैयारियां जनवरी से ही कराई थी. इसके बाद ब्रेल लिपि की किताबें भी बमुश्किल से गुरदीप के लिए उपलब्ध हो सकी. परीक्षा का समय आया तो गुरदीप की परीक्षा दिलाने के लिए मूक बधिर राइटर भी अरेंज किया गया जिसने परीक्षा में पेपर के उत्तर ब्रेल लिपि और साइन लैंग्वेज को समझते हुए दिए. जिसके परिणाम स्वरूप हाई स्कूल के रिजल्ट में गुरदीप को हाईस्कूल परीक्षा में सफलता मिल सकी है.