इंदौर प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोलने की मांग इंदौर।पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ विवादित टिप्पणी के बाद जेल भेजे गए राजा पटेरिया की एक तरफ जमानत के प्रयास हो रहे हैं तो वहीं भाजपा की ओर से उन्हें जेल में रखने के लिए विरोध प्रदर्शन जारी है. इंदौर में इस मामले से नाराज भाजपा नेताओं ने भाषा शैली और व्यवहार सुधारने के लिए भारत सरकार से कांग्रेसियों के लिए प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोलने की मांग की है.
बड़ी संख्या में जुटे भाजपा नेता:इस मामले को लेकर इंदौर में भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर पर विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में जुटे भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मांग करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री किसी एक दल या पार्टी विचारधारा का नहीं होता इसलिए उनके प्रति आपत्तिजनक भाषा शैली से पूरे राष्ट्र की बदनामी है. लिहाजा ऐसा संवाद व्यक्त करने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए जेल में ही रखा जाना जरूरी है.
प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोलने की मांग: डॉ. सोनकर ने कहा कि, वे अपील करते हैं कि, कोई भी वकील उनका केस ना लड़े, क्योंकि यह व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि राष्ट्र का अपमान करने जैसा है. इसलिए कांग्रेसियों को अब किसी के प्रति भाषा शैली एवं व्यवहार सिखाने के लिए भारत सरकार को प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोलना चाहिए. जिससे वह संवैधानिक पदों पर काबिल लोगों के प्रति संयमित एवं आपत्तिजनक भाषा शैली का उपयोग ना करने की सीख ले सकें.
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यह है मामला:बता दें कि कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में पटेरिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मोदी चुनाव खत्म कर देंगे. मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर लोगों को बांट देंगे. उन्होंने कहा था कि दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है. संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो. बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि हत्या का मतलब है, मोदी को हराने का काम करो.