इंदौर। इंदौर में लोकसभा चुनाव के बाद आने वाले नगरीय निकाय चुनावों के लिए मतदाता सूची जारी की गई है. इस मतदाता सूची में 5 दिनों के अंदर आपत्तियां बुलाई गईं, लेकिन बीजेपी ने अभी से इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराना शुरू कर दिया है, जो मतदाता सूची लोकसभा चुनाव के बाद जारी की गई है, उसमें कई गड़बड़ियां सामने आई हैं.
लोकसभा चुनाव और वर्तमान में जारी की गई मतदाता सूची के मिलान करने पर सामने आया कि कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से एक बूथ से हटाकर दूसरे बूथों में जोड़ दिए गए हैं, हालांकि आने वाले सांवेर विधानसभा उपचुनाव में भी यही मतदाता सूची को लिया जाना है. इसलिए अभी से बीजेपी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है.
एक ही व्यक्ति का 17 बार जोड़ा गया नाम
वोटर लिस्ट में कई प्रकार की गड़बड़ियां सामने आई हैं. बीजेपी ने एक गड़बड़ी कलेक्टर के सामने रखी, जिसमें पति और पत्नी दोनों के नाम वोटर लिस्ट में है, लेकिन पति का नाम 17 बार वोटर लिस्ट में शामिल हुआ है तो वहीं पत्नी का नाम वोटर लिस्ट में एक ही बार है. ऐसी कई त्रुटियां अलग-अलग विधानसभा की वोटर लिस्ट में सामने आई हैं, जब बीजेपी ने इन तथ्यों को कलेक्टर के सामने रखा तो कलेक्टर ने भी माना कि यह मामला गंभीर है.
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
इंदौर सांसद और बीजेपी विधायक इस मामले को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे और आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों के साथ मिलकर कई वार्ड में बीजेपी मतदाताओं के मतदान केंद्र उनके घर से दूर कर दिए हैं, ताकि वह मतदान करने ना जा सकें. बीजेपी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं के एक ही मतदान सूची में कई बार नाम डाले हैं. इस घोटाले में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों पर भी कांग्रेस नेताओं से मिलीभगत का आरोप बीजेपी नेताओं ने लगाया.