इंदौर। महापौर मालिनी गौड़ ने मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद कांग्रेस भी आक्रामक रूप में आ गई है. नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अली ने महापौर मालिनी गौड़ पर जमकर निशाना साधा है. फौजिया शेख अली का कहना है कि नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह अपने कामकाज को लेकर बेहद संजीदा है और महापौर के द्वारा उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वो पूरी तरह निराधार हैं.
महापौर मालिनी गौड़ पर निगम नेता प्रतिपक्ष ने किया पलटवार, 'महापौर के दौरे को बताया ड्रामेबाजी'
नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अली ने महापौर मालिनी गौड़ पर पलटवार किया है. फौजिया शेख अली का कहना है कि नगरीय प्रशासन मंत्री अपने छोटे से छोटे काम को भी गंभीरता से लेते हैं. जबकि महापौर एमआईसी बैठक तक नियम अनुसार आयोजित नहीं करवा पाती है.
फौजिया शेख अलीम का कहना है कि नगरी प्रशासन मंत्री अपने छोटे से छोटे काम को भी गंभीरता से लेते हैं. इसी का नतीजा है कि शहर में वाटर हार्वेस्टिंग, अमृत योजना जैसी कई योजनाओं को लेकर जयवर्धन सिंह ना केवल समय-समय पर जानकारी लेते हैं, बल्कि दौरा कर अधिकारियों से मुलाकात करने और योजनाओं को क्रियान्वित करने में भी अपना योगदान देते हैं. जबकि महापौर जैसे जिम्मेदार पद पर काबिज होने के बावजूद मालिनी गौड़ परिषद और एमआईसी बैठक तक नियम अनुसार आयोजित नहीं करवा पाती है.
फौजिया शेख अलीम का कहना है 20 फरवरी को महापौर का 5 वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है और इन वर्षों के कार्यकाल में नदारद रहने वाली महापौर आखिरी समय में जनता के बीच फोटो खिंचवाने जैसी नौटंकी कर रही है. उनका कहना है कि महापौर मालिनी गौड़ 5 साल के कार्यकाल में 5 बार भी नगर निगम की सीढ़ियां नहीं चढ़ी हैं.यदि कोई साबित कर दें कि वहां पर अपने दायित्व का निर्वहन जिम्मेदारी से कर रही है तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगी.