इंदौर। प्रदेश की कमलनाथ सरकार शहर में मध्यप्रदेश मैग्नीफिसेंट इन्वेस्टर समिट- 2019 का आयोजन करने जा रही है. जिसमें देश विदेश के उद्योगपति शामिल होंगे. इस समिट में निवेशक एमओयू नहीं, बल्कि राज्य में वास्तविक निवेश के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे. दरअसल कमलनाथ सरकार ने इस बार उन्हीं निवेशकों से निवेश कराने का प्लान तैयार किया है, जो वास्तव में प्रदेश में उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. ये समिट 16 से 18 अक्टूबर तीन दिनों तक चलेगा.
समिट का शेड्यूल
कमलनाथ सरकार के पहले इन्वेस्टर समिट के भव्य आयोजन के पहले दिन 16 और 17 अक्टूबर को उन उद्योगपतियों की सूची जारी करेगी, जो वास्तव में मध्यप्रदेश में अपने उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. वहीं 17 अक्टूबर को आयोजन स्थल पर ही प्रदेश के विकास और औद्योगिक संभावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए प्रदर्शनी लगाई जाएगी. मुख्य आयोजन 18 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत देश विदेश के बड़े उद्योग पतियों की मौजूदगी में होगा. इस दौरान इनॉग्रेशन सेरिमनी और लंच के साथ विभिन्न उद्योगपतियों से सीधे संवाद के 8 सत्र होंगे.
उद्योगपति संचालित करेंगे सत्र
संवाद सत्र में पहली बार खुद उद्योगपति ही संचालन करते नजर आएंगे. दरअसल पहली बार देश में अलग तरह की इन्वेस्टर समिट को लेकर सीएम कमलनाथ की कोशिश है कि, हर बार की तरह होने वाले लंबे चौड़े कागजी एमओयू के स्थान पर विश्वास के साथ उन्हीं निवेशकों से संवाद किया जाए, जो वास्तव में मध्य प्रदेश में उद्योग लगाना चाहते हैं, यही वजह है कि इस बार कमलनाथ सरकार ने उद्योगपतियों के साथ एमओयू करने की परंपरा से हटकर उनकी इच्छा के मुताबिक निवेश का माहौल तैयार करने की रणनीति तैयार की है.
निवेश के मुख्य कोर सेक्टर