इंदौर। शहर में सात करोड़ की लागत से बनाई गई मध्य प्रदेश की पहली आदर्श रोड के लिए कोई भी एजेंसी आगे नहीं आ रही है. आदर्श रोड को पूरी तरह से तैयार करने के बाद सबसे बड़ी चुनौती यही थी कि, ये रोड हमेशा इसी तरह से बनी रहे, लेकिन नगर निगम से टेंडर निकालने के बावजूद इस रोड के रखरखाव के लिए किसी एजेंसी ने रुचि नहीं दिखाई. इसका सबसे बड़ा कारण आदर्श रोड के रखरखाव में खर्च होने वाली राशि है. कम राशि में अधिक मेंटेनेंस का कार्य होने के कारण कोई भी एजेंसी इसमें रुचि नहीं ले रही है. इस रोड के बनने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से भी नगर निगम को बधाइयां मिली थीं और इस रोड की तर्ज पर ही प्रदेश के कई इलाकों में आदर्श रोड बनाने की संभावनाएं बनी थीं.
आदर्श सड़क का नहीं हो रहा रखरखाव इंदौर में आदर्श मार्ग बनाकर पूरे देश में एक सड़क की पहचान बनाई गई थी. इस आदर्श मार्ग पर बैठकर लोगों ने खाना भी खाया था. जिसकी तस्वीरें पूरे देश में वायरल हुई थीं और प्रधानमंत्री कार्यालय से भी इस आदर्श मार्ग की तारीफें की गई थीं. साथ ही देश के कई सांसद भी इस सड़क को देखने के लिए इंदौर आ चुके हैं, लेकिन अब यही सड़क अपने रखरखाव की राह देख रही है.
आर्थिक तंगी से जूझ रहा है नगर निगम
नगर निगम के द्वारा ठेकेदारों को समय से पेमेंट ना कर पाना इसकी सबसे बड़ी वजह है. आदर्श रोड के रखरखाव में कोई भी एजेंसी इसलिए रुचि नहीं ले रही है, क्योंकि नगर निगम फिलहाल तंगहाली के दौर से गुजर रहा है और नगर निगम में काम करने वाली एजेंसियों और ठेकेदारों को काफी समय बीत जाने के बावजूद भी पेमेंट नहीं मिल रहा है. कोरोना संक्रमण काल के कारण ये समस्या और जटिल हो गई है. एक ये भी कारण है कि, नगर निगम के कई प्रोजेक्ट का काम फिलहाल पेमेंट की वजह से रुका हुआ है.
इस रोड पर आकर्षक लाइट्स लगाई गई हैं, तो वहीं बैठने के लिए कुर्सियां भी हैं. सजावट के लिए भी इस आदर्श रोड पर कई महंगी वस्तुएं लगाई गई. बनने के बाद सबसे बड़ी चुनौती इस आदर्श रोड से हो रही चोरियां भी हैं. आदर्श रोड को सजाने के लिए लगाए गए सामान की लगातार चोरी हो रही है. इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई थी.