इंदौर। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा द्वारा निकाली जा रही सीएए पर समर्थन रैली पर निशाना साधते हुए कहा है कि पहले भाजपा और आरएसएस ने देश में आग लगा दी. अब लोगों को समझा रहे हैं कि सीएए कानून से किसी का गलत नहीं होगा ये न्याय संगत नहीं है.
बीजेपी और RSS अपनी हार से बौखलाहट में है संविधान में कई संशोधन हुए हैं पर जाति और धर्म के बारे में नहीं किया गया उल्लेखसज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि देश में अब तक संविधान में कई संशोधन हुए हैं. उन संशोधनों में कभी किसी जाति और धर्म के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया गया है. सीएए में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख किया है कि पारसी हिंदू और जैन इसमें शामिल है, केवल मुस्लिमों को छोड़कर इस तरह की स्थिति कहां तक न्याय संगत है. पहली बार देश में ऐसा हुआ है कि किसी मामले में छात्र सड़कों पर आए हैं. भाजपा उन्हें दबाने की कोशिश कर रहा है. भारत के संविधान की पहली लाइन में ही लिखा है कि भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है परंतु उसे कलंकित करने पर देश में तो आग लगेगी ही.बीजेपी और RSS अपनी हार से बौखलाहट में हैसज्जन सिंह वर्मा ने RSS पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीते दिनों शहर में हुए विशेष राष्ट्रीय आयोजन के दौरान ये भी कहा गया कि अब वो हरिजनों और अनुसूचित जनजातियों के बीच अपनी पैठ बढ़ाएंगे और गांव-गांव तक पहुंचेंगे. वो लोग अपनी हार से बौखलाहट में है. बीते समय में पांच राज्यों में हुई हार के बाद भाजपा और आरएसएस बौखला रही है. वर्तमान समय में मंदिर और मस्जिद का मसला कम हो गया है, उसी के चलते एक बार फिर सीएए एनआरसी कानून के माध्यम से भाजपा द्वारा हिंदू मुस्लिम की राजनीति करने की कोशिश की जा रही है.कानून सभी के लिए समान हैवहीं बीते दिनों धरना प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर दर्ज हुए मामले पर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ये लोग तो कहते हैं कि कानून का ये सम्मान करते हैं. कानून सभी के लिए समान है चाहे आम कार्यकर्ता हो या प्रधानमंत्री न्यायपालिका अपना काम कर रही है. अगर इन्होंने धाराओं का उल्लंघन किया है और कानून तोड़ा है तो इन्हें कानून का सम्मान करना चाहिए.